Throat-Infection-in-Hindi

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गले में इंफेक्शन (Throat Infection in Hindi)

गले में इंफेक्शन, दर्द, सूजन और खराश की समस्या मौसम बदलने, प्रदूषित हवा, ज्यादा ठंढी या गरम चीजें खाने पीने, गलत खान पान अपनाने या किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने होती है। गला हमारे शरीर का एक बहुत ही खास हिस्सा है इसलिए इसका ध्यान रखना जरूरी है। गले में मौजूद समस्या दूसरी कई परेशानियों को जन्म दे सकती है। लिंफ नोड्स गले में मौजूद एक अंग है जो कई ग्रंथियों से जुड़ा होता है। यह प्रतिरोधक शक्ति को ठीक रखने का काम करता है जिसकी वजह से शरीर हानिकारक कीटाणुओं से लड़ता है। लिंफ नोड्स में सूजन आने की वजह से शरीर में कोल्ड, टॉन्सिल, जिंजिवाइटिस और स्किन इंफेक्शन जैसी समस्याएं जन्म लेती हैं। 

गले में इंफेक्शन के कारण (Causes of Throat Infection in Hindi)

आज काम इतना बढ़ गया है की ज्यादातर हमारा समय घर से बाहर बीतता है। बाहर हर तरह की खाने पीने की चीजें मौजूद है, कुछ सेहत के  लिए अच्छी हैं तो कुछ बुरी। दिन भर में ना जाने हम क्या क्या खाते हैं और किन किन लोगों के साथ उठते बैठते हैं। ऐसे में अगर हम कुछ अस्वास्थ्य खा या पी लें या फिर किसी बीमार व्यक्ति के साथ बैठ जाएं तो ज्यादातर चांसेस हैं की हम भी उस बीमारी की चपेट में आ जाएंगे व्यक्ति वो व्यक्ति सर्दी और खांसी पीड़ित हैं। गले में इंफेक्शन होना भी इनमें से एक है। इस बीमारी के कुछ खास कारणों को नीचे दिया गया है जिसको ध्यान में रखकर आप इस समस्या से खुद को बचा सकते हैं।

  • प्रदूषण (Pollution)
  • तेज खुशबू (Strong Fragrance)
  • घर में पड़ी धूल (Dust in House)
  • धुवां (Smoke)
  • ठंड (Cold)
  • ठंडी चीज खाना या पीना (Consuming Cold Food)
  • वोकल कॉर्ड खराब होना (Problems in Vocal Cord)
  • पाचन खराब होना (Digestive Dysfunction) 
  • बीमार व्यक्ति के संपर्क में आना (Contact With Sick Person)
  • मौसम में बदलाव (Change in Weather) 

गले में इंफेक्शन के लक्षण (Symptoms of Throat Infection in Hindi)

गले में इंफेक्शन होने के कुछ लक्षण मौजूद हैं जिन्हे देखने के बाद इस बात का बहुत ही आसानी से पता लगा सकते हैं की आप गले में इंफेक्शन की समस्या से पीड़ित हैं। कुछ खास लक्षण नीचे दिए हुए हैं। अगर आप खुद में ये लक्षण देख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

  • गले में सूजन होना (Swelling in Neck)
  • गले में तेज दर्द होना (Pain in Neck)
  • गले में खराश होना (Sore Throat)
  • गले में कांटे जैसा चुभना (Prickling in Neck)
  • गले का सूखना (Dry Throat)
  • खाना खाते समय परेशानी होना (Having Trouble Eating Food)
  • पानी पीते समय दिक्कत आना (Having Trouble Drinking Water)
  • लार टपकना (Drool Drool)
  • आवाज में बदलाव आना (Change in Voice)
  • सांस लेने में तकलीफ होना (Shortness in Breath)
  • शरीर में दर्द होना (Body Pain)
  • सर में भारीपन और दर्द होना (Heaviness and Pain in Head)
  • थकावट महसूस होना (Feeling Tired)
  • गले में खुजली होना (Itching in Neck)
  • टॉन्सिल में सूजन होना (Swelling in Tonsil)
  • टॉन्सिल का लाल होना (Reddening of Tonsil)
  • घबराहट होना (Feeling Nervous)
  • जी मचलाना (Feeling Restlessness)
  • सर्दी होना (Having Cold)
  • नाक बहना (Running Nose)
  • खांसी होना (Cough)
  • बुखार होना (Having Fever)
  • छींक आना (Continuous Sneezing)

गले के इंफेक्शन का इलाज (Treatment of Throat Infection in Hindi)

गले में इंफेक्शन के इलाज के लिए आप अपने आस पास किसी भी ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर से मिल सकते हैं। डॉक्टर आपके गले के इंफेक्शन के लक्षण और कारण को समझने के लिए कुछ जांच करते हैं जिसमें ब्लड टेस्ट और गले का एक्स-रे शामिल है। बीमारी को अच्छे समझने के बाद डॉक्टर दर्द और सूजन को कम करने वाली दवाएं देते हैं। अगर आप अपने गले में किसी तरह की कोई परेशानी महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसका सही इलाज कराएं। शुरुआत में यह समस्या बड़ी नहीं होती है लेकिन अगर लंबे समय तक इसे नजरंदाज किया गया तो यह दूसरी कई गंभीर बीमारियों का करण बन सकती है। 

गले में इंफेक्शन की रोकथाम  (Prevention of Throat Infection in Hindi)

घर की सफाई: घर  में नियमित तौर पर सफाई करते रहे। किचन, बाथरूम और बेडरूम में गंदगी फैलने से रोकें। साथ ही साथ कोशिश करें घर की ज्यादातर इस्तेमाल की जाने वाली चीजों को सैनिटाइज करते रहें।

हाथ धोना: अपने हाथ को समय समय पर अच्छे से धोते रहें। टॉयलेट से आने के बाद खासकर अपने हाथ को साबुन से धोएं। साथ ही साथ जब जब खांसी और छींक आए तब तब अपने हाथ को धोएं।

खांसी और छींक: खांसी और छींक आने पर अपने मुंह को रुमाल या टिश्यू पेपर से ढक लें। अगर इनमें से कोई भी चीज आपके पास मौजूद ना हो तो खांसते या छींकते समय अपनी कोहनी को नाक और मुंह के सामने लगा दें। फिर अपने हाथ और मुंह को धो लें।

सैनिटाइजर: हाथ धोने के बाद सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। यह वैक्टीरिया को दूर रखता है और आपको इस बीमारी से बचाता है।  

कुछ चीजों से बचें जैसे 

  • कुरकुरे (Kurkure)
  • बिस्कुट (Biscuits)
  • टोस्ट (Toast)
  • कच्ची सब्जियां (Raw Vegetables)
  • अखरोट (Walnut)
  • खट्टे फल और उनका ज्यूस (Citrus Fruits and Their Juices)
  • सिरका और नमक से बनी चीजें (Things Made with Vinegar and Salt)
  • टमाटर का रस और चटनी (Tomato Juice and Chutney)
  • तेल और मसालेदार चीजें (Oily and Spicy Foods)

इन सभी चीजों से परहेज आपके लिए काफी फायदेमंद होगा। साथ ही अगर आप खुद में गले से संबंधित किसी भी तरह की कोई परेशानी या तकलीफ महसूस कर रहे हैं तो सबसे बेहतर होगा की तुरंत अपने आस पास के डॉक्टर से मिलें, उन्हें अपनी परेशानी बताएं और फिर अपनी बीमारी का समय पर सही इलाज कराएं। 

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|