महिलाओं में बवासीर का क्या इलाज है?
महिलाओं में बवासीर का निदान
इलाज से पहले महिला बवासीर का निदान बेहद अनिवार्य है। निदान के लिए डॉक्टर शारीरिक जांच कर सकते हैं, जिससे डॉक्टर को बवासीर के संबंध में पूर्ण जानकारी मिल जाती है। यदि डॉक्टर को लगता है कि आप बवासीर से पीड़ित हैं, तो वह आपसे निम्नलिखित सवाल पूछ सकते हैं।
- क्या परिवार में किसी को बवासीर है?
- आप किन महिला बवासीर के लक्षण का सामना कर रही हैं?
- क्या मल में बलगम या खून आता है?
- क्या हाल ही में आपका वजन कम हुआ है?
- क्या हाल ही में मल त्यागने के दौरान परेशानी हुई है?
- मल किस रंग का होता है?
डॉक्टर महिलाओं में आंतरिक बवासीर के लिए एक डिजिटल रेक्टल परीक्षण (डीआरई) का सुझाव भी दे सकते हैं या इस रोग की पुष्टि के लिए दूरबीन का भी उपयोग कर सकते हैं। इस दूरबीन में एक लाइट और एक कैमरा लगा होता है, जिसके कारण डॉक्टर आपके गुदा के अंदर का दृश्य स्पष्ट रूप से देख पाते हैं। इसके पश्चात, वह आगे की जांच के लिए आपके मलाशय से एक छोटा ऊतक का नमूना भी ले सकते हैं।
यदि बवासीर वाले व्यक्ति में ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, जो पाचन तंत्र की किसी अन्य बीमारी का संकेत देते है या कोलोरेक्टल कैंसर के लिए किसी भी जोखिम कारक को प्रदर्शित करते हैं, तो डॉक्टर कोलोनोस्कोपी प्रक्रिया का सुझाव भी दे सकते हैं।
महिलाओं में बवासीर का इलाज
बवासीर का लेजर ऑपरेशन महिलाओं को दर्द, बेचैनी और खुजली को कम करने में मदद करता है। महिलाओं में पाइल्स के लिए लेजर-असिस्टेड ऑपरेशन सबसे सफल और लोकप्रिय विकल्पों में से एक है। यह एक आउट पेशेंट प्रक्रिया है, जिसमें महिलाओं के प्राइवेट पार्ट्स के बवासीर को निकालने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में कोई चीरा नहीं लगाया जाता है। यही कारण है कि बहुत सारी महिलाएं इस इलाज की प्रक्रिया का चुनाव करती हैं।
महिलाओं में लेजर से पाइल्स के इलाज के फायदे
इन दिनों महिलाओं में बवासीर के लिए लेजर इलाज निम्नलिखित कारणों से लोकप्रिय है:
- महिलाओं में बवासीर के लिए अन्य सर्जिकल प्रक्रियाओं की तुलना में कम दर्द होता है।
- अस्पताल में रहने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
- लेजर सुरक्षित और अधिक प्रभावी इलाज का विकल्प है।
- पाइल्स के ऑपरेशन के दौरान कम रक्त हानि होती है।
- व्यक्ति जल्दी ठीक होने लगता है।
- कोई चीरा, या टांके नहीं लगाए जाते हैं, जिससे खुले घाव कम होते हैं।
- आप जल्द अपने दैनिक कार्यों को करने के लिए सक्षम हो जाते हैं।
- महिलाओं में बवासीर के इलाज को पूरा करने में कम समय लगता है।
- लेजर प्रक्रिया की सफलता दर अच्छी है।
- परामर्श के लिए बार बार आने की आवश्यकता नहीं होती है।
- फिर से बवासीर होने का जोखिम कम होता है।
- ऑपरेशन के पश्चात संक्रमण का खतरा कम या बिल्कुल नहीं होता है।
- गुदा के आसपास के ऊतकों को कम या बिल्कुल क्षति नहीं होती है।
महिलाओं में बवासीर के लक्षण को कैसे रोकें?
अधिकांश महिलाएं स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर बवासीर के लक्षणों से कुछ समय के लिए राहत पा सकती हैं। महिलाओं में बवासीर के लक्षणों से राहत पाने के लिए नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं –
- ज्यादा देर शौच में बैठने से बचें: लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से गुदा के अंदर और आसपास की नसों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है, जिससे महिलाओं में बवासीर होने का खतरा अधिक हो जाता है।
- शौच में देरी न करें – जाने अनजाने में यदि आप अपने मल को ज्यादा समय तक रोक लेते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। यदि आप ऐसा करते हैं तो मल मलाशय में ही कठोर हो जाएगा और यह शरीर से निकलते समय गुदा क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।
- अपने आहार में बदलाव करें: मल त्याग में स्थिरता के लिए आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप नहीं चाहते कि मल सख्त हो और कब्ज हो, क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में, मल त्याग के दौरान दबाव के कारण बवासीर होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। एक स्वस्थ आहार खाने और भरपूर पानी के सेवन से कब्ज होने की संभावना कम हो जाती है और इस प्रकार बवासीर से बचा जा सकता है। एक स्वस्थ आहार फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर होता है। डाइट में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना बेहद जरूरी है। इससे मल त्यागने में बहुत आसानी होती है।
- व्यायाम: कब्ज को रोकने के लिए सक्रिय रहें और लंबे समय तक एक जगह पर न बैठें। व्यायाम आपको अपने शरीर से अतिरिक्त वजन को कम करने में सहायक सिद्ध हो सकता है, जो आपको बवासीर से बचने में भी मदद कर सकता है।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें: अकसर देखा गया है कि जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है, उनको बवासीर का खतरा सबसे अधिक होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अधिक वजन होने से मलाशय और गुदा नलिका के आसपास की नसों पर दबाव बढ़ जाता है। इसलिए महिलाओं में बवासीर को रोकने के लिए शरीर का पर्याप्त वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है। फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें, और अपने शरीर से अतिरिक्त भार को कम करें।
यह सभी दिशा निर्देश ऑपरेशन के बाद आपको स्वस्थ रहने में मददगार साबित हो सकते हैं। गुदा रोग विशेषज्ञ भी आपको स्वस्थ रहने के लिए इन उपायों को करने का सुझाव दे सकते हैं।
महिलाओं को पाइल्स के इलाज में देरी क्यों नहीं करनी चाहिए?
बवासीर एक ऐसी समस्या है, जिससे 40 से 50% आबादी प्रभावित होती है। महिलाओं में बवासीर के इलाज में देरी करने से कुछ जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे:
- रक्त का पतला होना
- त्वचा पर गांठ बनना
- गंभीर संक्रमण
- ग्रेड I से ग्रेड IV तक रोग की प्रगति
- बवासीर के कारण रक्त का बहना
- मल त्यागते समय लगातार दबाव पड़ने से रेक्टल प्रोलैप्स का जोखिम होना।