varicose-veins-ke-liye-yoga

आज हमारे जीवन की गाड़ी काफी तेज गति से आगे भाग रही है। हम सब सुबह से शाम तक काम में व्यस्त रहते हैं। एक से दूसरी जगह लगातार भगा ही रहे हैं। अपने स्वस्थ्य और लाइफस्टाइल पर ध्यान देने का समय ही नहीं है। इन सबकी वजह से हम कई बीमारियों से घिरे हैं। इन्हे बीमारियों में से एक वैरिकोज वेंस है। 

ये बड़ी और लंबी नसें होती हैं जिनमें सूजन होती है और ये स्किन पर उभरी हुई दिखाई देती हैं। यह कोई बड़ी गंभीर समस्या नहीं है लेकिन लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने या  इसका इलाज न कराने पर यह गंभीर रूप ले सकता है और दूसरी कई परेशानियों का कारण बन सकता है। 

वैरिकोज वेंस की समस्या लगातार एक जगह लंबे समय तक खड़े रहने या बैठने के कारण होती है। यह बीमारी कॉर्पोरेट दुनिया में काम करने वालों में सबसे ज्यादा पाई जाती है। लगातार एक जगह खड़े होने या बैठने की वजह से शरीर के निचले हिस्से में खून का सर्कुलेशन बंद हो जाता है जिसकी वजह से नसों पर प्रेशर पड़ता है और वे फूल जाती हैं। 

वैरिकोज वैंस के मरीज को उनकी मांसपेशियों में ऐंठन, पैरों में दर्द और भारीपन की समस्या हो सकती है। वैरिकोज वेंस शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकती है लेकिन ज्यादातर मामलों में इसे पैरों में देखा गया है। अगर आप इस समस्या से पीड़ित हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो कुछ योग हैं जिनकी मदद से आप अपनी परेशानी को दूर कर सकते हैं। 

योग के अलावा स्वस्थ और संतुलित आहार लेकर और ज्यादा नमक और फैट वाली चीजों से परहेज करके वैरिकोज वेंस की समस्या को खत्म किया जा सकता है। नीचे दिए गए योग को नियमित रूप से करने पर आप अपने वैरिकोज वेंस की समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। 

ताड़ासन — Tadasana

ताड़ासन को माउंटेन पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह सबसे बुनियादी योग आसनों में से एक है, जो आपको शरीर का सही अलाइनमेंट प्राप्त करने में मदद करता है। यह आसान आपके पैरों को फिट रखता है और घुटनों, जांघे और टखनों को मजबूत बनाता है। यह आसान वैरिकोज वेंस की समस्या को दूर करने में काफी सहायक साबित होता है। 

इस योग को करने का तरीका

बिलकुल सीधा एक पेड़ की तरह घड़े होकर अपने दोनों हाथों को शरीर के साथ बिलकुल सीधा रखें। अपने शरीर को हलका रखे और कोशिश करें की आपकी जांघ या पेट पर ज्यादा प्रेशर न पड़े। बिलकुल सीधा खड़े होने के बाद ऐसा महसूस करें जैसे की ऊर्जा आपके टखनों से होते हुए आपके घुटनों के पास आते हुए आपके सर की तरफ चली जाती हो। फिर ऊपर देखते हुए लंबी सांस ले। इस पोज को थोड़ी देर तक करने के बाद अपने शरीर में खिंचाव महसूस करें और उसे जाने दें और रिलैक्स हो जाएं। 

उत्तानासन — Uttanasana  

उत्तानासन को पादहस्तासन और हस्ता पादासन के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है। यह आपके पैरों को अच्छा खिंचाव देता है, विशेष रूप से जांघों और काल्व्स को जो वैरिकोज वेंस से प्रभावित क्षेत्र हो सकते हैं। इस आसान को नियमित रूप से करने पर पैर का दर्द खत्म हो जाता है। 

इस आसान को करने का तरीका

एकदम सीधा खड़े हो जाएं और अपने हाथों को हिप्स पर रखें। पहले सांस ले और फिर सांस छोड़ते हुए अपनी कमर को नीचे की तरफ झुकाएं और अपने हाथों को पैरों के बगल में जमीन पर रख दें। आपके दोनों पैरों को बिलकुल आमने सामने रखें। अपनी रीढ़ की हड्डी को हलका सा उठाते हुए अपने सर को सामने लाकर कुछ सेकेंड के लिए इसी पोजीशन में रहें और फिर नार्मल पोजीशन में आ जाएं। 

नावासन — Navasana

नावासन को नौकासन और बोट पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह आसान करने से आपके पैर जमीन  से ऊपर की तरफ होते हैं जिसकी वजह से खून और लिंफ फ्लो ऊपर की तरफ बहने लगते हैं और नसों का प्रेशर तुरंत कम हो जाता है। थोड़ी देर तक इस आसान को करने के बाद आपके पैरों को दर्द से लड़ने की ताकत मिलती है और वैरिकोज वेंस की समस्या धीरे धीरे खत्म हो सकती है।

इस आसान को करने का तरीका

दण्डासन की पोजीशन में बैठने के बाद अपने पैरों को ऊपर की तरफ उठाएं। जब बैलेंस हो जाएं तब अपने दोनों हाथों को भी जमीन से ऊपर उठा कर सामने सीधा रखें। थोड़ी देर तक इसी पोजीशन में रहे और फिर नार्मल पोजीशन में आ जाएं। 

विपरीत करनी — Viparita Karani

विपरीत करनी को लेग्स अप द वॉल के नाम से भी जाना जाता है। यह आसान पैर को तुरंत आराम देता है। यह शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ को बाहर निकाल देता है। साथ ही साथ इस आसान को करने से पैरों का तनाव और प्रेशर दोनों कम हो जाता है। यह वैरिकोज वेंस के लक्षणों को कम करने बहुत मददगार साबित होता है। 

इस आसान को करने का तरीका

एक दीवार के सामने बैठ जाएं और आराम से अपने पैरों को दीवार के ऊपर ले जाएं। फिर लेट जाएं और अपने हाथों को सीधा अपने सर के पीछे की तरफ जमीन पर रखें। ध्यान रहे की आपकी हथेली ऊपर की तरफ होनी चाहिए। अभी आपका पैर दीवार पर है, पीठ और हाथ जमीन पर हैं। जब आप कम्फर्टेबल हो जाएं तब अपनी आंखें बंद करें और फिर कुछ मिनटों तक इसी पोजीशन में रहें फिर उसके बाद नार्मल पोजीशन में आ जाएं। 

वैरिकोज वेंस की समस्या होने पर किसी भी योग को करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर मिलें और उनसे अपनी समस्या के बारे में बात करें। साथ ही उन्हें यह भी बताएं की वैरिकोज वेंस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप योग करना चाहते हैं। डॉक्टर आपकी शारीरिक परीक्षण करने के बाद सलाह देते हैं और उनके सलाह को फॉलो करना सबसे बेहतर होता है।

योग से वैरिकोज वेंस में कोई फायदा नहीं होने पर क्या करें?

अगर वैरिकोज वेंसअपनी शुरूआती स्टेज में है तो योग या इलाज के दूसरे माध्यम से इसका इलाज किया जा सकता है। लेकिन अगर वैरिकोज वेंसगंभीर रूप ले चुका है या इसके लक्षण मरीज के दैनिक जीवन में परेशानियां पैदा करनी शुरू कर चुके हैं और डीप वेन थ्रोम्बोसिस या ब्लड क्लॉट बनने का खतरा बढ़ चुका है तो इस स्थिति में वैस्कुलर सर्जन सर्जरी करने का सुझाव देते हैं। लेजर सर्जरी एक मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे किसी भी प्रकार के वैरिकोज वेंस का बेस्ट और परमानेंट इलाज कम से कम समय में बहुत ही आसानी से किया जा सकता है।

वैरिकोज वेंस का सबसे बढ़िया इलाज क्या है?

लेजर सर्जरी को वैरिकोज वेंस का सबसे बढ़िया इलाज माना जाता है। वैरिकोज वेंस की लेजर सर्जरी को एक अनुभवी और कुशल वैस्कुलर सर्जन की देखरेख में पूरा किया जाता है। इस सर्जरी को शुरू करने से पहले सर्जन मरीज को लोकल या जनरल एनेस्थीसिया देते हैं जिससे सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है। एनेस्थीसिया देने के बाद, सर्जन लेजर बीम की मदद से खराब नसों को काटकर बहार निकाल देते हैं या उनसे खून के प्रवाह को बंद करके दूसरी स्वस्थ नसों से जोड़ देते हैं। इस पूरी सर्जिकल प्रक्रिया को खत्म होने में लगभग आधे से एक घंटे का समय लगता है।

क्या एक दिन में वैरिकोज वेंस को ठीक किया जा सकता है?

हां. लेजर सर्जरी से मात्र एक दिन में वैरिकोज वेंसको ठीक किया जा सकता है। वैरिकोज वेंस की लेजर सर्जरी एक दिन की प्रक्रिया है। इसलिए सर्जरी के बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता नहीं पड़ती है। वैरिकोज वेंस की लेजर सर्जरी खत्म होने के मात्र कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है। लेजर सर्जरी के दौरान मरीज को कट या टांके नहीं आते हैं और ब्लीडिंग तथा दर्द भी नहीं होता है। इस सर्जरी के मात्र दो दिन बाद से मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को फिर से शुरू कर सकते हैं। अगर आप बिना परेशानी का सामना किए मात्र एक दिन में वैरिकोज वेंससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको एक अनुभवी वैस्कुलर सर्जन से परामर्श करने के बाद लेजर सर्जरी का चुनाव करना चाहिए।

और पढ़े: 

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|