IVF Fail ho jaane ke baad kya karen

इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) बांझपन का उपचार करने वाली एक आर्टिफिशियल रिप्रोडक्शन टेक्नोलॉजी है, जिसमें लैब में महिला के अंडे और पुरुष के शुक्राणु को मिलाकर एक भ्रूण तैयार किया जाता है और उसे गर्भाशय के अस्तर पर रखा जाता है। इसे टेस्ट ट्यूब बेबी के नाम से भी जाना जाता है।

ज्यादातर मामलों में महिलाओं को गर्भवती होने में एक से अधिक आईवीएफ साइकिल की जरूरत पड़ती है। आईवीएफ की एक साइकिल के असफल हो जाने के बाद डॉक्टर महिला को दूसरी साइकिल के लिए एक समय देते हैं।

आईवीएफ के फेल हो जाने के बाद पूरे परिवार में निराशा की किरण फैल जाती है और कपल भी पूरी तरह से निराश हो जाते हैं और उनके मन में एक विचार पनपने लगता है कि क्या उन्हें दोबारा आईवीएफ के लिए जाना चाहिए। इस लेख में हम जानेंगे कि आईवीएफ फेलियर के बाद क्या करना चाहिए  और आईवीएफ किन कारणों से असफल होता है।

पढ़ें- आईवीएफ क्या है, आईवीएफ के बारे में सबकुछ?

आईवीएफ के असफल होने का कारण – Reasons of IVF Failure In Hindi

  • यदि महिला की उम्र 35 से अधिक है और पुरुष की उम्र 45 से अधिक है तो महिला के अंडे और पुरुष के शुक्राणु की गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है और इसलिए लैब में तैयार किया हुआ भ्रूण भी गर्भाशय में नहीं ठहर पाता है।
  • भ्रूण की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं होती है कि वह गर्भाशय में ठहर सके। कई बार लैब में जांच के दौरान यह देखा जाता है कि भ्रूण की गुणवत्ता अच्छी होती है, लेकिन इम्प्लांट के बाद वह सफल नहीं होते हैं क्योंकि उनमें कोई आनुवंशिक या कोशिका विकार हो सकता है।
  • भ्रूण निर्माण और गर्भावस्था में क्रोमोजोम का बहुत बड़ा रोल होता है, क्रोमोजोम में असमान्यताएं होने पर भी आईवीएफ फेल हो सकता है।
  • खराब ओवेरियन रिस्पांस के कारण इंजेक्शन देने के बाद भी महिला के अंडाशय भ्रूण का निर्माण के लिए पर्याप्त मात्रा में अंडे का उत्पादन नहीं कर पाते हैं, जबकि उनमें क्षमता होती है कि वे अंडे का उत्पादन कर सकें, नतीजन भ्रूण निर्माण के लिए कम अंडे होते हैं और यदि ये स्वस्थ नहीं होते तो ये आईवीएफ के फेल होने का कारण बन सकते हैं।
  • कई बार गर्भाशय के आकार में कोई बदलाव हो जाने के कारण या आंतरिक गर्भाशय संबंधी समस्याएं (जैसे-एंडोमेट्रियम, यूटेराइन सेप्टम, एंडोमेट्रियल पॉलीप आदि) होने पर भी आईवीएफ साइकिल फेल हो सकता है।
  • ऐसी महिलाएं जो शराब पीती हैं या धूम्रपान करती हैं, उनके आईवीएफ के असफल होने की संभावना अधिक होती है।
  • वजन भी आईवीएफ की सफलता में एक बहुत अहम कड़ी है, इसलिए अपने डॉक्टर द्वारा बताए गए वजन को मेंटेन करें। वजन पर नजर रखें और इसे घटने या बढ़ने से रोकें।

पढ़ें- आईवीएफ में क्या करें और क्या नहीं करना चाहिए?

आईवीएफ फेल होने के बाद क्या करें – IVF Failure ke baad kya kare

बहुत से लोग आईवीएफ फेल हो जाने के बाद पूरी तरह से निराश हो जाते हैं, जबकि सच यह है कि ज्यादातर महिलाओं को गर्भवती होने के लिए एक से अधिक आईवीएफ साइकिल की जरूरत पड़ती है।

इसलिए पहला आईवीएफ फेल होने के बाद आपको उम्मीद नहीं हारनी चाहिए और आपको दूसरे आईवीएफ साइकिल के लिए डॉक्टर से बात करनी चाहिए और उसके लिए पूरी तरह से तैयार होना चाहिए।

पढ़ें- आईवीएफ के समय इन दवाइयों का होता है इस्तेमाल

  • खान-पान पर नजर बनाए रखें और अपने वजन को मेंटेन रखें।
  • आईवीएफ के लिए अच्छे सक्सेस रेट वाले अनुभवी डॉक्टर का होना बहुत जरूरी है। इसलिए आप हमेशा ध्यान में रखें कि उपचार के लिए एक अनुभवी सर्जन और अच्छी फर्टिलिटी क्लीनिक का चयन करें।
  • यदि महिला के अंडे का स्वास्थ्य ठीक नहीं है या पुरुष के स्पर्म की स्थिति ठीक नहीं है तो उसे डोनर एग या डोनर स्पर्म का उपयोग कर लेना चाहिए।
  • जंक फूड, कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ, तैलीय और मिर्च मसाले वाले खाद्य पदार्थ और डॉक्टर द्वारा वर्जित अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन बिल्कुल भी न करें।
  • अधिक तापमान वाली जगहों में जाने से बचें इससे आपका आईवीएफ का सफलता दर प्रभावित हो सकता है।
  • नकारात्मक विचार न लाएं, अवसाद और चिंता भी आईवीएफ के फेल होने का एक कारण हो सकते हैं इसलिए खुश रहें, आप ऐसे काम कर सकती हैं जो आपको खुश रखे और जिन्हें करने में आपका मन लगता है।
  • धूम्रपान और शराब गर्भधारण पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं और आईवीएफ की असफलता का कारण बन सकते हैं, इसलिए महिला को आईवीएफ करवाने के 3 महीने या उससे पहले से ही शराब और धूम्रपान का त्याग कर देना चाहिए।

Pristyn Care से करें संपर्क

आईवीएफ उपचार करने के लिए Pristyn Care के पास अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं जो कई लोगों को संतान सुख दिला चुके हैं। आईवीएफ उपचार में  Pristyn Care का सक्सेस रेट बहुत अधिक है। इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए आप पढ़ सकते हैं- Pristyn Care में आईवीएफ का सक्सेस रेट क्या है?

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|