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इकोस्प्रिन 75 क्या है Ecosprin 75 in Hindi

इकोस्प्रिन 75 टैबलेट एक Nonsteroidal Anti-Inflammatory Drugs (NSAIDs) वर्ग की एलोपैथी दवा है। इसे इकोस्प्रिन के नाम भी जाना जाता है। यह एक एंटी-प्लेटलेट दवा है जो ब्लड वेसेल्स में खून को जमने से रोकने तथा दर्द और सूजन को कम करने में मदद करती है। यह किसी भी दवा की दुकान पर बहुत आसानी से मिल जाती है। इकोस्प्रिन में एस्पिरिन और सलिसीक्लिक एसिड मौजूद होते हैं। यह दवा खून को पतला करती है और ब्लड आर्टिरीज में खून के थक्के को बनने से रोकती है। इसका सेवन दूसरी एंटी-प्लेटलेट दवाओं के साथ भी किया जा सकता है। 

इन सब के अलावा भी इस दवा का इस्तेमाल काफी दूसरी परेशानियों और बीमारियों के लिए किया जाता है। जिसमें सिरदर्द, दांत दर्द, पीठ दर्द, तंत्रिका दर्द, माइग्रेन, दिल संबंधित बीमारियां और Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi प्रेगनन्सी के दौरान होने वाले कुछ लक्षण शामिल हैं। इस दवा के फायदे और नुकसान दोनों है। इस ब्लॉग में हम इकोस्प्रिन के फायदे, नुकसान और प्रेगनेंसी के दौरान इसके उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे।    

इकोस्प्रिन के फायदे — Benefits of Ecosprin in Hindi 

इकोस्प्रिन का इस्तेमाल ढेरों परेशानियों और समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। नीचे हम इसके सेवन के फायदों के बारे में बात कर रहे हैं। (और पढ़ें: प्रेगनेंसी में कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान)

  • दर्द 
  • सूजन 
  • स्ट्रोक 
  • बुखार
  • गठिया 
  • जोड़ों में दर्द
  • मासिक दर्द
  • पेरिकॉर्डिटिस 
  • रुमेटिक फीवर
  • कावासाकी बीमारी 
  • हाइपरलिपिडेमिया 
  • रिफ्लैक्टरी इस्केमिया    
  • दिल संबंधित बीमारियां 
  • एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम 
  • मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन
  • हाइपरट्राइग्लिसरीडेमिया  
  • पुराना ऑस्टियोआर्थराइटिस 
  • टाइप 3 हाइपरलिपोप्रोटिनेमिया 
  • होमोजिगस फॅमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया 

इकोस्प्रिन के नुकसान — Side Effects of Ecosprin in Hindi  

इस दवा के काफी फायदे हैं लेकिन साथ ही इसके कुछ नुकसान भी हैं। इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से मिलकर उनकी राय जरूर लेनी चाहिए। Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi आपके शरीर की प्रतिक्रिया और अधिक मात्रा में इसका सेवन आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है। हम इसके कुछ खास और संभावित नुकसान यानी की दुष्प्रभावों के बारे में बता रहे हैं। (और पढ़ें: प्रेगनेंट नहीं होने के कारण और इलाज)

  • दस्त
  • कब्ज 
  • सिरदर्द 
  • कमजोरी 
  • पेट में दर्द
  • पेट फूलना 
  • उलटी होना 
  • सांस फूलना
  • जोड़ों में दर्द 
  • जी मिचलाना
  • चिड़चिड़ापन 
  • पेट में अल्सर 
  • चक्कर आना 
  • पेट खराब होना 
  • मांपेशियों में दर्द 
  • खट्टी डकार आना  
  • दमा की शिकायत 
  • स्किन खराब होना 
  • अतिसंवेदनशीलता 
  • ब्लीडिंग डिसऑर्डर 
  • पेशाब में खून आना 
  • गैस के कारण जलन 
  • बीमार महसूस करना 
  • मुंह या चेहरे पर सूजन 
  • स्किन पर दाने निकलना 
  • खून में प्लेटलेट की कमी 
  • आंख या स्किन का पीला पड़ना 

अगर आप ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण को खुद में अनुभव करती हैं तो तुरंत इकोस्प्रिन के सेवन को रोक देना चाहिए। फिर तुरंत डॉक्टर से मिलकर दवा के दुष्प्रभाव के बारे में बताना चाहिए।  

प्रेगनेंसी में इकोस्प्रिन का उपयोग — Uses of Ecosprin During Pregnancy in Hindi 

इकोस्प्रिन दवा प्रेगनेंसी के दौरान उत्पन्न होने वाली कई परेशानियों और खतरों को दूर करती है। यही कारण है की डॉक्टर इसका सेवन करने का सुझाव देते हैं। Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi प्रेगनन्सी में इस दवा का इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के खतरनाक साबित हो सकता है। प्रेगनेंसी एक बहुत ही नाज़ुक पल है जिसमें गलती या नजरअंदाज की कोई जगह नहीं होती है। जहाँ एक तरह यह दवा फायदे पहुंचा सकती है वहीं गलत तरीके से इसका इस्तेमाल करने पर आपको इसके दुष्प्रभाव का सामना भी करना पड़ सकता है। 

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में प्रीएक्लैंप्सिया नाम की स्थिति पैदा होती है। इसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर और यूरिन में अधिक मात्रा में प्रोटीन जैसी समस्याएं सामने आती हैं जिसका गर्भ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है की Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi जब प्रेगनेंट महिला को डायबिटीज, हाइपरटेंशन,  प्रीएक्लैंप्सिया या फिर उसके गर्भ में एक से ज्यादा शिशु होते हैं तो इस स्थिति में उनके लिए इकोस्प्रिन बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। डॉक्टर की सलाह लेने के बाद प्रेगनेंट महिलाएं कुछ समय के लिए थोड़ी मात्रा में इस दवा का सेवन कर सकती हैं। (और पढ़ें: गर्भावस्था में खान पान)

शोध से यह बात भी सामने आई है की इकोस्प्रिन का रोजाना सेवन करने पर शिशु का समय से पहले जन्म लेने की संभावना लगभग 14 प्रतिशत तक कम हो सकती है। जिन महिलाओं को लगता है की उनका शिशु समय से पहले जन्म लेने वाला है तो वे अपने डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद इस दवा का इस्तेमाल कर सकती हैं। Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। प्रीएक्लैंप्सिया बीमारी से पीड़ित महिलाएं के शिशु की समय से पहले जन्म लेने की संभावना लगभग 15% होती है। इस स्थिति में मां और शिशु दोनों की जान को खतरा भी रहता है।      

इकोस्प्रिन के अंदर कुछ खूबियां होती हैं जो खून को जमने में मदद करने वाली कोशिकाओं के उत्पादन को कम करती हैं। इसकी वजह से खून पतला होता है। खून पतला होने के कारण जिन्हे पहले कभी दिल का दौरा पड़ चुका है उन्हें मदद मिलती है साथ ही इसकी संभावना भी कम होती है। प्रेगनेंसी में इकोस्प्रिन के फायदे के साथ साथ कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए डॉक्टर हमेशा इस बात पर जोर देते हैं की इसका इस्तेमाल अपनी मन मर्जी से नहीं करना चाहिए। (और पढ़ें: नॉर्मल डिलीवरी के लिए इन बातों का रखें ख्याल)  

इकोस्प्रिन की खुराक — Doses of Ecosprin in Hindi 

इकोस्प्रिन का उसी समय और उतनी ही मात्रा में सेवन करना चाहिए जिस समय और जितनी मात्रा में आपके डॉक्टर ने इसका सेवन करने की सलाह दी है। इस दवा को पीस कर, तोड़कर या खाली पेट नहीं बल्कि खाना खाने के बाद, पानी के साथ गोली के रूप में लेना चाहिए। Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi इसकी खुराक में किसी भी तरह का बदलाव लाने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए। अपने मन मुताबिक इस दवा का सेवन आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकता है। इस दवा को हमेशा ज्यादा धुप, तेज गर्मी या सुखी जगह से दूर रखना चाहिए। 

अगर आप एक समय की खुराक लेना भूल जाते हैं तो अगली खुराक के समय भूले हुए खुराक को नहीं लेना चाहिए। ऐसा करने से आप पर दवा का बुरा असर पड़ सकता है और ओवरडोज भी हो सकता है। कई बार इस दवा की खुराक को डॉक्टर मरीज की बीमारी, बीमारी की स्थिति, उसकी उम्र और उसकी शारीरिक स्थिति को ध्यान में रखकर बदलाव करते हैं। ज्यादा कन्फ्यूजन या प्रॉब्लम होने पर डॉक्टर से मिलकर बात करनी चाहिए। 

इकोस्प्रिन से संबंधित सावधानियां — Precautions of Ecosprin in Hindi

इकोस्प्रिन का इस्तेमाल करने से पहले आपको कुछ चीजों को लेकर सावधान होना चाहिए। कुछ स्थितियां और बीमारियां ऐसी होती हैं जब आपको इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि उस समय यह आपको फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान पहुंचा सकती है। नीचे हम आपको उन्ही सावधानियों के बारे में बता रहे हैं। (और पढ़ें: प्रेगनेंसी से जुड़ी सभी जरुरी बातें)

  • इस दवा के ओवरडोज से बचना चाहिए।
  • खुराक से ज्यादा सेवन करने से लिवर डैमेज हो सकता है।
  • खून से संबंधित समस्या होने पर इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।  
  • पहले से ब्लीडिंग की समस्या होने पर इस दवा के सेवन से खास तौर पर बचना चाहिए। 
  • हेमोफिलिया जैसे खून से संबंधित बीमारियों की स्थिति में इस दवा के सेवन की मनाही है।
  • इस दवा का खाली पेट सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से पेट में समस्या पैदा हो सकती है।  
  • अगर आपको अभी लिवर से संबंधित कोई बीमारी है या पहले थी तो आपको इस दवा का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • कई बार इस दवा का सेवन करने के बाद एलर्जी की समस्या आती है। ऐसी स्थिति होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
  • प्रेगनेंसी के दौरान इससे ब्लीडिंग का खतरा रहता है। इसलिए बिना डॉक्टर से कंसल्ट किए इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
  • पेट या आंत में अल्सर होने की स्थिति में इकोस्प्रिन के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इससे पेट में ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है।
  • हाइपरटेंशन की स्थिति में इकोस्प्रिन से सोडियम और पानी रिटेंशन हो सकता है जिसके कारण आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
  • इकोस्प्रिन के दुष्प्रभाव से जलन, चेहरे पर सूजन और अस्थमा की वर्तमान स्थिति पैदा हो सकती है। इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।

अगर ऊपर बताए गए किसी भी बीमारी या स्थिति को आप खुद में अनुभव करते हैं तो आपको इकोस्प्रिन का सेवन नहीं करना चाहिए। Blog Ecosprin 75 in Pregnancy in Hindi अगर आप इसका सेवन करना चाहते हैं तो उससे पहले एक बार डॉक्टर से जरूर मिलें और उनकी राय लें।       

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|