प्रोस्टेट कैंसर के मामले में प्रोस्टेट ग्लैंड को हटाने के लिए प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन किया जाता है। हालांकि, डॉक्टर इस प्रक्रिया का सुझाव अन्य स्वास्थ्य स्थिति के इलाज के लिए भी दे सकते हैं। प्रिस्टीन केयर में संपर्क करें और प्रोस्टेट बढ़ने के कारण और उपचार के संबंध में परामर्श प्राप्त करें।
प्रोस्टेट कैंसर के मामले में प्रोस्टेट ग्लैंड को हटाने के लिए प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन किया जाता है। हालांकि, डॉक्टर इस प्रक्रिया का सुझाव अन्य स्वास्थ्य ... Read More
Delhi
Gurgaon
Noida
Ahmedabad
Bangalore
यह प्रक्रिया प्रोस्टेट ग्लैंड को निकालने का ऑपरेशन है। कुछ मामलों में, सर्जन पूरे ग्लैंड को निकालने के लिए प्रोस्टेट के ऑपरेशन का सुझाव देते हैं। हालांकि, अन्य मामलों में, प्रोस्टेट ग्लैंड के कुछ भाग को ही निकाला जाता है। स्थिति के आधार पर डॉक्टर ऑपरेशन के प्रकार का निर्णय लेते हैं। इस रोग को ठीक करने के लिए तीन प्रकार के ऑपरेशन का सुझाव दिया जाता है; ओपन सर्जरी, दूरबीन से ऑपरेशन और रोबोट से ऑपरेशन। प्रोस्टेट ग्लैंड पुरुष श्रोणि में, मूत्राशय के ठीक नीचे स्थित होता है। यह ग्लैंड मूत्रमार्ग को घेरती है, और इसका मुख्य कार्य एक तरल पदार्थ का उत्पादन करना है, जो वीर्य को पोषण देता है और उसकी देखरेख करता है। आमतौर पर, प्रोस्टेट कैंसर और प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या बीपीएच (BHP) जैसी स्थितियों का इलाज इस प्रक्रिया से किया जाता है। किफायती दरों पर एडवांस प्रॉस्टेटेक्टोमी सर्जरी कराने के लिए प्रिस्टीन केयर के मूत्र रोग विशेषज्ञों से संपर्क करें।
USFDA Approved Procedures
No Cuts. No Wounds. Painless*.
Insurance Paperwork Support
1 Day Procedure
प्रिस्टीन केयर ने देश के सर्वश्रेष्ठ प्रॉस्टेटेक्टोमी अस्पतालों के साथ साझेदारी की है, जो रोगियों को एक संपूर्ण सर्जिकल अनुभव प्राप्त करने में सहायता करते हैं। हमारे अस्पतालों में हर प्रकार के अत्याधुनिक तकनीक और सभी सुविधाएं हैं, जो उन्हें एक विश्व स्तरीय अस्पताल की सूची में रखते हैं। प्रिस्टीन केयर की समर्पित टीम के अलावा उन अस्पतालों में अन्य गैर-चिकित्सकीय कर्मचारी है, जिनकी प्राथमिकता रोगियों को हर प्रकार की सुख सुविधा प्रदान करना है।
प्रिस्टीन केयर के मूत्र रोग विशेषज्ञ एडवांस प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रियाओं को करने में अत्यधिक प्रशिक्षित हैं, जिससे रोगी को कम से कम चीरा लगाया जाता है और वह जल्द रिकवर भी हो जाते हैं। वह लगातार अपने इलाज के स्तर को बेहतर कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त वह रोगी के प्रति पूरी तरह से समर्पित होते हैं और उनका विशेष ख्याल रखते हैं। आज ही हमारे यूरोलॉजिस्ट के साथ अपॉइंटमेंट बुक करें और सर्वश्रेष्ठ प्रोस्टेट का इलाज प्राप्त करें।
प्रिस्टीन केयर ने देश के सर्वश्रेष्ठ प्रॉस्टेटेक्टोमी अस्पतालों के साथ साझेदारी की है, जो रोगियों को एक संपूर्ण सर्जिकल अनुभव प्राप्त करने में सहायता करते हैं। हमारे अस्पतालों में हर प्रकार के अत्याधुनिक तकनीक और सभी सुविधाएं हैं, जो उन्हें एक विश्व स्तरीय अस्पताल की सूची में रखते हैं। प्रिस्टीन केयर की समर्पित टीम के अलावा उन अस्पतालों में अन्य गैर-चिकित्सकीय कर्मचारी है, जिनकी प्राथमिकता रोगियों को हर प्रकार की सुख सुविधा प्रदान करना है।
प्रिस्टीन केयर के मूत्र रोग विशेषज्ञ एडवांस प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रियाओं को करने में अत्यधिक प्रशिक्षित हैं, जिससे रोगी को कम से कम चीरा लगाया जाता है और वह जल्द रिकवर भी हो जाते हैं। वह लगातार अपने इलाज के स्तर को बेहतर कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त वह रोगी के प्रति पूरी तरह से समर्पित होते हैं और उनका विशेष ख्याल रखते हैं। आज ही हमारे यूरोलॉजिस्ट के साथ अपॉइंटमेंट बुक करें और सर्वश्रेष्ठ प्रोस्टेट का इलाज प्राप्त करें।
प्रॉस्टेटेक्टोमी को आम तौर पर दो भाग में विभाजित किया जाता है:
रेडिकल प्रॉस्टेटेक्टोमी
इस प्रक्रिया में आस-पास के ऊतकों और लिम्फ नोड्स के अलावा पूरे प्रोस्टेट ग्लैंड को निकाल लिया जाता है। डॉक्टर आमतौर पर इस प्रक्रिया को प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों के लिए सुझाया जाता है, और यदि इसका समय पर इलाज नहीं होता है, तो मेटास्टेसिस का खतरा भी मौजूद रहता है।
सरल प्रॉस्टेटेक्टोमी
इस प्रक्रिया में प्रोस्टेट के प्रभावित हिस्से को निकाला जाता है, जो मूत्र मार्ग को बाधित कर सकता है। बीपीएच के मामले में इस प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाती है। ओपन प्रॉस्टेटेक्टोमी से जुड़ी जटिलताओं का जोखिम बहुत अधिक होता है, और इसमें रिकवरी का समय भी ज्यादा लगता है। यही कारण है कि डॉक्टर इस प्रक्रिया का सुझाव अकसर नहीं देते हैं।
प्रॉस्टेटेक्टोमी को आम तौर पर दो भाग में विभाजित किया जाता है:
रेडिकल प्रॉस्टेटेक्टोमी
इस प्रक्रिया में आस-पास के ऊतकों और लिम्फ नोड्स के अलावा पूरे प्रोस्टेट ग्लैंड को निकाल लिया जाता है। डॉक्टर आमतौर पर इस प्रक्रिया को प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों के लिए सुझाया जाता है, और यदि इसका समय पर इलाज नहीं होता है, तो मेटास्टेसिस का खतरा भी मौजूद रहता है।
सरल प्रॉस्टेटेक्टोमी
इस प्रक्रिया में प्रोस्टेट के प्रभावित हिस्से को निकाला जाता है, जो मूत्र मार्ग को बाधित कर सकता है। बीपीएच के मामले में इस प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जाती है। ओपन प्रॉस्टेटेक्टोमी से जुड़ी जटिलताओं का जोखिम बहुत अधिक होता है, और इसमें रिकवरी का समय भी ज्यादा लगता है। यही कारण है कि डॉक्टर इस प्रक्रिया का सुझाव अकसर नहीं देते हैं।
परीक्षण:
प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन से पहले डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षणों का सुझाव दे सकते जिससे वह प्रोस्टेट बढ़ने के कारण का पता लगा सकते हैं:
इस परीक्षण में, सर्जन किसी भी असामान्य वृद्धि और प्रोस्टेट ग्लैंड के आकार, और बनावट को देखने के लिए मलाशय में लुब्रिकेटेड उंगली डालते हैं। इससे सर्जन को स्थिति का सटीक अनुमान लग सकता है।
यह प्रोस्टेट में किसी भी समस्या का पता लगाने के लिए सबसे सटीक और विश्वसनीय परीक्षणों में से एक है। जब प्रोस्टेट का आकार बड़ा हो जाता है, तो शरीर में पीएसए (प्रोस्टेट ग्लैंड द्वारा बनाया गया एक प्रोटीन) की मात्रा बढ़ जाती है। इसकी मात्रा स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करती है। ज्यादा मात्रा का अर्थ है स्थिति थोड़ी खराब है।
इस परीक्षण में, प्रोस्टेट ग्लैंड के आकार का पता लगाने के लिए के लिए डॉक्टर मूत्रमार्ग और मूत्राशय में एक दूरबीन डालते हैं। यह आमतौर पर सर्जरी से पहले किया जाता है।
प्रॉस्टेटेक्टोमी के लिए मलाशय का अल्ट्रासाउंड एक अहम टेस्ट साबित होता है। इस टेस्ट के जरिए डॉक्टर को प्रोस्टेट ग्लैंड के सटीक आकार और स्थिति का पता चल सकता है।
एमआरआई स्कैन प्रोस्टेट ग्लैंड के बारे में अधिक विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। आमतौर पर इस परीक्षण का सुझाव तब दिया जाता है, जब डॉक्टर को प्रोस्टेट कैंसर के अगले चरण का अंदेशा हो जाए।
प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि करने के लिए यह सबसे सटीक परीक्षण है। इस परीक्षण में, डॉक्टर प्रोस्टेट का कुछ भाग निकाल लेते हैं औ र उसको माइक्रोस्कोप के नीचे जांचते हैं। ऐसा करने से प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि हो सकती है।
परीक्षण:
प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन से पहले डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षणों का सुझाव दे सकते जिससे वह प्रोस्टेट बढ़ने के कारण का पता लगा सकते हैं:
इस परीक्षण में, सर्जन किसी भी असामान्य वृद्धि और प्रोस्टेट ग्लैंड के आकार, और बनावट को देखने के लिए मलाशय में लुब्रिकेटेड उंगली डालते हैं। इससे सर्जन को स्थिति का सटीक अनुमान लग सकता है।
यह प्रोस्टेट में किसी भी समस्या का पता लगाने के लिए सबसे सटीक और विश्वसनीय परीक्षणों में से एक है। जब प्रोस्टेट का आकार बड़ा हो जाता है, तो शरीर में पीएसए (प्रोस्टेट ग्लैंड द्वारा बनाया गया एक प्रोटीन) की मात्रा बढ़ जाती है। इसकी मात्रा स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करती है। ज्यादा मात्रा का अर्थ है स्थिति थोड़ी खराब है।
इस परीक्षण में, प्रोस्टेट ग्लैंड के आकार का पता लगाने के लिए के लिए डॉक्टर मूत्रमार्ग और मूत्राशय में एक दूरबीन डालते हैं। यह आमतौर पर सर्जरी से पहले किया जाता है।
प्रॉस्टेटेक्टोमी के लिए मलाशय का अल्ट्रासाउंड एक अहम टेस्ट साबित होता है। इस टेस्ट के जरिए डॉक्टर को प्रोस्टेट ग्लैंड के सटीक आकार और स्थिति का पता चल सकता है।
एमआरआई स्कैन प्रोस्टेट ग्लैंड के बारे में अधिक विस्तृत जानकारी प्रदान करता है। आमतौर पर इस परीक्षण का सुझाव तब दिया जाता है, जब डॉक्टर को प्रोस्टेट कैंसर के अगले चरण का अंदेशा हो जाए।
प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि करने के लिए यह सबसे सटीक परीक्षण है। इस परीक्षण में, डॉक्टर प्रोस्टेट का कुछ भाग निकाल लेते हैं औ र उसको माइक्रोस्कोप के नीचे जांचते हैं। ऐसा करने से प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि हो सकती है।
यदि आप प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन से पहले खुद को तैयार कर लेते हैं, तो आपके लिए संपूर्ण प्रक्रिया आसान हो जाएगी। इसके साथ साथ ऑपरेशन के दौरान और बाद में उत्पन्न होने वाले जोखिम और जटिलताओं का भी खतरा कम रहता है। प्रॉस्टेटेक्टोमी से पहले आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
यदि आप प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन से पहले खुद को तैयार कर लेते हैं, तो आपके लिए संपूर्ण प्रक्रिया आसान हो जाएगी। इसके साथ साथ ऑपरेशन के दौरान और बाद में उत्पन्न होने वाले जोखिम और जटिलताओं का भी खतरा कम रहता है। प्रॉस्टेटेक्टोमी से पहले आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:
प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रिया उपयोग की जा रही तकनीक के प्रकार के आधार पर अलग अलग होती है, जैसे –
प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रिया उपयोग की जा रही तकनीक के प्रकार के आधार पर अलग अलग होती है, जैसे –
प्रोस्टेट के ऑपरेशन के बाद कुछ सावधानियां बरतने से आपके ठीक होने की रफ्तार बढ़ सकती हैं। वह सावधानियां कुछ इस प्रकार है –
प्रोस्टेट के ऑपरेशन के बाद कुछ सावधानियां बरतने से आपके ठीक होने की रफ्तार बढ़ सकती हैं। वह सावधानियां कुछ इस प्रकार है –
किसी भी अन्य ऑपरेशन की तरह, प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन के भी जोखिम है। प्रॉस्टेटेक्टोमी से जुड़े कुछ जोखिमों की सूची नीचे दी गई है:
किसी भी अन्य ऑपरेशन की तरह, प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन के भी जोखिम है। प्रॉस्टेटेक्टोमी से जुड़े कुछ जोखिमों की सूची नीचे दी गई है:
इस सवाल का जवाब चयनित प्रक्रिया पर निर्भर करता है। आम तौर पर, प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रिया दर्दनाक प्रक्रिया नहीं है, क्योंकि इस प्रक्रिया में एनेस्थीसिया का उपयोग होता है। हालांकि, प्रक्रिया के बाद रोगी हल्की असुविधा का अनुभव कर सकते हैं। इस असुविधा का इलाज दवाओं के माध्यम से संभव है।
प्रॉस्टेटेक्टोमी आमतौर पर प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है। हालांकि, इस प्रक्रिया को अन्य प्रोस्टेट की समस्या जैसे बीपीएच, आदि से पीड़ित रोगियों के लिए भी सुझाया जाता है।
प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रिया कैंसर और अन्य स्थितियों के मामलों में आवश्यक हो जाती है, जो आम जीवन में समस्या उत्पन्न कर सकती है। इसलिए ज्यादातर बीमा कंपनी इस ऑपरेशन को अपने पॉलिसी में कवर करती है। इस समस्या का समय पर निवारण न कर पाने के कारण खतरनाक जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। लेकिन इस ऑपरेशन से पहले आपको सुझाव दिया जाता है कि आप अपने बीमा प्रदाता से इस संबंध में एक बार परामर्श अवश्य करें।
इसका कोई निश्चित उत्तर नहीं है। प्रॉस्टेटेक्टोमी करने के लिए प्रयोग की जाने वाली तकनीक विभिन्न कारकों और प्रत्येक मामले की आवश्यकताओं पर निर्भर करती है। कुछ मामलों में, लेजर ऑपरेशन सर्वोत्तम परिणाम दे सकती है। हालांकि, ऐसा भी देखा गया है कि कुछ मामलों में ओपन सर्जरी सबसे उत्तम साबित होती है।
इस ऑपरेशन का खर्च कई मानकों पर निर्भर करता है। औसतन इस इलाज का खर्च 60,000 रुपए से 1,50,000 रुपए तक हो सकता है। इस इलाज के खर्च के सटीक अनुमान के लिए प्रिस्टीन केयर से संपर्क करें।
प्रिस्टीन केयर ऑपरेशन की सेवाएं प्रदान करने के लिए जाना जाता है। हमारे पास प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन को सटीकता से करने के लिए अनुभवी डॉक्टरों की एक टीम है, जिनकी प्राथमिकता उत्तम इलाज के साथ साथ उत्तम देखभाल प्रदान करना है।
प्रोस्टेट के इलाज के पश्चात ठीक होने में आपको चार से सात सप्ताह का समय लग सकता है। जल्द से जल्द रिकवरी के लिए आपको अपने डॉक्टर के सलाह का सटीकता से पालन करना चाहिए।
सभी प्रॉस्टेटेक्टोमी ऑपरेशन में बेहोशी की दवा का प्रयोग होता है, इसलिए ऑपरेशन के दौरान किसी भी प्रकार के दर्द का अनुभव नहीं होता है। लेकिन प्रक्रिया होने के पश्चात रोगी हल्के दर्द और कुछ समस्या का अनुभव कर सकते हैं, जिसे दवाओं से ठीक किया जा सकता है।
प्रोस्टेट के ऑपरेशन के निम्नलिखित फायदे हैं:
प्रिस्टीन केयर के मूत्र रोग विशेषज्ञ यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत सटीकता के साथ प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रियाएं करते हैं कि प्रोस्टेट के ऑपरेशन के दौरान या बाद में कोई जटिलता उत्पन्न न हो। वह एडवांस प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रिया करने के लिए प्रशिक्षित हैं और उन्हे इसका व्यापक अनुभव है। जटिलताओं के जोखिम को कम से कम रखने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए जाते हैं।
प्रोस्टेट के ऑपरेशन के निम्नलिखित फायदे हैं:
प्रिस्टीन केयर के मूत्र रोग विशेषज्ञ यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत सटीकता के साथ प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रियाएं करते हैं कि प्रोस्टेट के ऑपरेशन के दौरान या बाद में कोई जटिलता उत्पन्न न हो। वह एडवांस प्रॉस्टेटेक्टोमी प्रक्रिया करने के लिए प्रशिक्षित हैं और उन्हे इसका व्यापक अनुभव है। जटिलताओं के जोखिम को कम से कम रखने के लिए सभी सुरक्षा उपाय किए जाते हैं।
Upendra
Treatment: Prostatectomy
Upendra recommended our service
Hassle free...amazing team...took care of everything from hospitalization to discharge...even insurance formalities was done by them...very very helpful...sent to a best surgeon....so professional and polite...well done team...I will recommend to everyone as no need to worry for anything....