पेनिस फोरस्किन इन्फेक्शन (Penis Infection) या पोस्टहाइटिस एक असहज पेनाइल डिसऑर्डर है, जिसमें लिंग की चमड़ी में संक्रमण के कारण लिंग के ऊपरी हिस्से में सूजन आ जाती है। यह बीमारी किसी भी पुरुष को प्रभावित कर सकती है। ऐसे पुरुष जिनका खतना नहीं हुआ होता है, उनमें इस बीमारी के पनपने का खतरा बना रहता है।
जिनका खतना नहीं हुआ है उन्हें इस बीमारी से बचने के लिए अपने लिंग के सामने की चमड़ी (जिसे हम फोरस्किन के नाम से जानते हैं) की देखभाल करनी चाहिए तथा समय-समय पर हल्के गर्म पानी से उसकी सफाई करनी चाहिए।
डॉक्टर का कहना है कि 4 साल से कम उम्र के बच्चों में यह समस्या होने की संभावना अधिक होती है, जो कुछ समय के बाद खुद ही ठीक हो जाती है, लेकिन अगर यही समस्या वयस्क में हो जाए तो इलाज की आवश्यकता पड़ती है।
जो लोग फाइमोसिस (बैलेनाइटिस) से पीड़ित होते हैं, उन्हें यह समस्या होने का खतरा अधिक होता है। क्योंकि फाइमोसिस की स्थिति में लिंग की ऊपरी चमड़ी काफी टाइट हो जाती है, जिसके कारण उसे पीछे हटाने में परेशानी होती है। चमड़ी पीछे न हटने के कारण इंफेक्शन, सूजन, दर्द और जलन होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
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लिंग की चमड़ी में सूजन होने के कई कारण (Causes Of Penis Inflammation) हो सकते हैं। अगर आपको पहले से इन कारणों के बारे में पता हो तो आप कुछ सावधानियां बरतने के बाद बहुत आसानी से इस बीमारी की रोकथाम कर सकते हैं।
जुंस बैलेनाइटिस एक असामान्य बीमारी है जो मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। इससे पीड़ित होने की स्थिति में लिंग का सिर लाल हो जाता है तथा उसमें सूजन, जलन और खुजली होती है।
कुंडलाकार बैलेनाइटिस एक तरह का सोरिएसिस है जो प्रतिक्रियाशील गठिया से पीड़ित पुरुषों को प्रभावित करता है। इसके कारण लिंग की चमड़ी और सिर पर लाली, जलन, सूजन, दर्द और खुजली होता है। जिसकी वजह से पेशाब करने में परेशानी होती है। इन सबके अलावा भी बहुत से ऐसे कारण हैं जिसकी वजह से एक पुरुष के लिंग की चमड़ी में सूजन हो सकता है।
लिंग की चमड़ी में सूजन लंबे समय तक रहने के बाद वह दूसरी गंभीर परेशानियों का कारण बन सकता है और इसके कारण आपको दूसरी ढेरों समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे की टाइट फ्रेनुलम, पैराफिमोसिस, बालनोपोस्टहाइटिस, इत्यादि।
इसलिए क्रीम, लोशन, दवा या दूसरे तरीकों का प्रयोग करने के बाद भी आपकी समस्या खत्म नहीं होने पर डॉक्टर खतना करने का सुझाव देते हैं। खतना की मदद से लिंग की चमड़ी के सूजन यानी की बैलेनाइटिस को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है।
खतना दो तरीकों से किया जाता है: एक ओपन सर्जरी और दूसरा है लेजर सर्जरी।
खतना कई तरीकों से किया जाता है, एक ओपन सर्जरी और दूसरा लेजर सर्जरी के जरिए।
ओपन सर्जरी की तुलना में लेजर सर्जरी को अधिक प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि यह कम समय में पूरा हो जाता है। ओपन सर्जरी करने में लगभग आधे घंटे का समय लगता है। इसके दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है। इतना ही नहीं, ओपन सर्जरी से खतना करने के बाद जख्म बनने, इंफेक्शन और दाग होने का खतरा भी अधिक होता है। ओपन सर्जरी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मरीज को ठीक होने में काफी लंबा समय लगता है।
लेजर सर्जरी की प्रक्रिया शुरू करने से पहले डॉक्टर मरीज से उसकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछते हैं और कुछ जांच पड़ताल करते हैं जैसे –
लेजर सर्जरी की प्रक्रिया लगभग 10-15 मिनट के अंदर पूरी हो जाती है। लेजर सर्जरी द्वारा खतना की प्रक्रिया शुरू करने से पहले डॉक्टर मरीज को एनेस्थीसिया देते हैं ताकि मरीज को खतना के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी न हो और खतना सफलतापूर्वक पूरा हो जाए। सर्जरी खत्म होने के बाद मरीज के लिंग की ड्रेसिंग की जाती है तथा कुछ ही घंटों के बाद उसे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
लेजर खतना के बाद जख्म, इंफेक्शन या दाग होने का खतरा लगभग न के बराबर होता है। इस प्रक्रिया के बाद मरीज बहुत ही कम समय में पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
खतना के लगभग 48 घंटे के बाद मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को फिर से करने के लिए फिट हो जाता है, लेकिन पूरी तरह से स्वस्थ होने में लगभग एक से दो सप्ताह का समय लगता है। लेजर द्वारा खतना करने के बाद फोरस्किन में किसी तरह की कोई भी परेशानी नहीं होती है।
लेजर खतना पुरुष की प्रजनन क्षमता को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं करता है, तथा खतना के बाद सेक्सुअल लाइफ में भी किसी तरह की समस्या नहीं होती। यह पूरी तरह से सफल और सुरक्षित प्रक्रिया है। खतना करने के बाद यौन संचारित बीमारियां, महिला मित्र में पेनाइल कैंसर या सर्वाइकल कैंसर तथा यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन्स होने का खतरा खत्म हो जाता है। अगर आपके लिंग की चमड़ी में सूजन है तो डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप लेजर सर्जरी से खतना करवाकर आप इस परेशानी को दूर कर सकते हैं।
बीमा आमतौर पर चिकित्सकीय रूप से आवश्यक उपचारों को कवर करता है। चमड़ी के संक्रमण या पोस्टहाइटिस के गंभीर मामलों में, खतना सर्जरी की सिफारिश की जाती है और इसलिए इसे चिकित्सकीय रूप से आवश्यक माना जाता है। प्रिस्टिन केयर में खतना सर्जरी बीमा के अंतर्गत आती है, और बीमा दावा प्रक्रिया में आपकी सहायता करने के लिए हमारे पास एक समर्पित बीमा टीम है। खतना सर्जरी के लिए बीमा कवरेज के बारे में अधिक जानने के लिए आप हमारे चिकित्सा समन्वयकों से संपर्क कर सकते हैं।
लिंग कि चमड़ी में सूजन होना इतनी ज्यादा गंभीर समस्या नहीं है, आपको इससे डरने या घबराने की कोई आवश्यकता है। लेकिन इसपर ध्यान देना, इसके लक्षणों को पहचानना और डॉक्टर से मिलकर इसका जांच और इलाज कराना आवश्यक है। क्योंकि लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने से दूसरी कई गंभीर यौन संचारित बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। यह एक सामान्य समस्या है जो किसी भी उम्र के पुरुष को प्रभावित कर सकती है।
कई नुस्खें हैं जिन्हें आजमाकर आप लिंग की चमड़ी में सूजन से बचाव कर सकते हैं-
इसके लक्षणों में लिंग के सिर के चारों तरफ लालिमा छाना, सूजन होना, जलन और दर्द की शिकायत होना, लिंग की ऊपरी चमड़ी के नीचे से गाढ़ा स्राव होना, चकत्ते और अल्सर की शिकायत होना, लिंग और उसके आसपास तेज खुजली होना, कभी कभी लिंग से बदबू आना, लिंग की स्किन का टाइट होना, लिंग के स्किन को पीछे की तरफ करने में परेशानी होना, पेशाब करते समय दर्द और जलन होना आदि शामिल हैं।
लिंग की चमड़ी में सूजन होते ही आप अपने लिंग में लक्षण के रूप में कई तरह के बदलाव देख सकते हैं। अगर आप इन लक्षणों पर ध्यान देने के बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें तो आपकी बीमारी की रोकथाम इसके शुरूआती स्टेज में ही की जा सकती है।
जी हाँ, पोस्टहाइटिस इलाज संभव है। क्योंकि ज्यादातर मामलों में, यह स्थिति अपने आप ठीक हो जाती है और इसके लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन गंभीर मामलों में, पोस्टहाइटिस को एंटीबायोटिक्स, एंटिफंगल क्रीम या एंटीहिस्टामाइन के माध्यम से चिकित्सा प्रबंधन की आवश्यकता हो सकती है। अंत में, जब दवाइयों के सेवन करने से राहत नहीं मिलता, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर खतना यानी चमड़ी को हटाने की सलाह देते हैं।
डॉक्टर आमतौर पर रोगियों को पोस्टहाइटिस से पीड़ित होने पर यौन संबंध बनाने से बचने के लिए कहते हैं। इस स्थिति में सेक्स करने से चमड़ी में दर्द और परेशानी बढ़ सकती है और स्थिति बढ़ सकती है। इसके अतिरिक्त, यह उपचार प्रक्रिया को भी धीमा कर सकता है। अगर आप इस स्थिति से पीड़ित होते हुए भी सेक्स करना चाहते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर की सलाह लें।
लिंग की चमड़ी में सूजन का इलाज कई तरह से किया जा सकता है। लेकिन डॉक्टर इसके कारणों को जानने के बाद उपचार के सही विकल्प का चयन करते हैं। गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर कुछ खास क्रीम या दवा के इस्तेमाल का सुझाव देते हैं। लिंग की चमड़ी में सूजन का इलाज करने के लिए डॉक्टर एंटीफंगल क्रीम के इस्तेमाल की सलाह देते हैं। लेकिन अगर सूजन का कारण एलर्जी प्रतिक्रिया है तो डॉक्टर स्टेरॉयड क्रीम का इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं।
अगर आपको किसी तरह का इंफेक्शन या एलर्जी से संबंधित प्रॉब्लम है तो लिंग के सूजन को ठीक करने कि नियत से आपको अपने मन मुताबिक किसी भी क्रीम, लोशन या दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए।
ऐसा करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है तथा आपकी समस्या और गंभीर रूप ले सकती है। आपको अपनी तरफ से पूरी कोशिश करनी चाहिए कि आप खुद को उन सभी चीजों से दूर रखें जो आपकी समस्या तथा उससे संबंधित परेशानियों को बढ़ा सकती हैं। कई बार क्रीम, लोशन और दवाओं का इस्तेमाल करने पर बैलेनाइटिस कि समस्या थोड़ी देर के लिए खत्म हो जाती है। लेकिन कई बार इन सभी दवाओं और क्रीम का असर खत्म होते ही आपकी बीमारी फिर से आपके सामने जैसी कि तैसी खड़ी हो जाती है। ऐसी स्थिति में खतना करना ही एकमात्र विकल्प बचता है।