phone icon in white color

कॉल करें

फ्री अपॉइंटमेंट बुक करें

अपेंडेक्टोमी क्या होता है?

अपेंडेक्टोमी, अपेंडिक्स को शरीर से निकालने की सर्जरी है, जिसमें संक्रमित अपेंडिक्स को निकाला जाता है। आमतौर इस प्रकार के उपचार का सुझाव रोगी को तब दिया जाता है, जब स्थिति तेजी से खराब होनी शुरू हो जाती है। एक्यूट अपेंडिसाइटिस की स्थिति में अपेंडिक्स के अपने आप फटने की स्थिति निरंतर उत्पन्न हो सकती है। यदि किसी भी स्थिति में अपेंडिक्स फट जाए तो संक्रमण पूरे शरीर में फैल सकता है, जो आपके लिए एक घातक स्थिति बन सकती है। इस प्रकार, तीव्र अपेन्डिसाइटिस के मामले में समय पर उपचार महत्वपूर्ण है। क्रोनिक अपेंडिसाइटिस की स्थिति में अपेंडिक्स ऑपरेशन वैकल्पिक होता है क्योंकि इस स्थिति में रोगी को दर्द ज्यादा गंभीर नहीं होता। इसके साथ साथ अन्य जटिलताओं की संभावनाएं भी कम होती है।

USFDA-Approved Procedure

USFDA-Approved Procedure

Support in Insurance Claim

Support in Insurance Claim

No-Cost EMI

No-Cost EMI

1-day Hospitalization

1-day Hospitalization

Book FREE Doctor Appointment
anup soni image pointing to download pristyncare mobile app
i
i
i

To confirm your details, please enter OTP sent to you on *

i

Best Doctors For Appendicitis

>
    • online dot green Doctor available
      Dr. Falguni Rakesh Verma (klJ7Egw4gu)

      Dr. Falguni Rakesh Verma

      MBBS, MS - General Surgery

      ₹1200 FREE Consultation (*Limited Time Offer)

      star icon

      4.5/5

      medikit icon

      27 + Years

      Location icon

      Mumbai

      General Surgeon

      Laparoscopic Surgeon

      Proctologist

      Call Us
      6366-526-847
    • online dot green Doctor available
      Dr. Rahul Sharma (TEJFraQUZY)

      Dr. Rahul Sharma

      MBBS, MS

      ₹1200 FREE Consultation (*Limited Time Offer)

      star icon

      4.5/5

      medikit icon

      26 + Years

      Location icon

      Meerut

      General Surgeon

      Laparoscopic Surgeon

      Proctologist

      Call Us
      6366-526-847
    • online dot green Doctor available
      Dr. Sanjeev Gupta (zunvPXA464)

      Dr. Sanjeev Gupta

      MBBS, MS- General Surgeon

      ₹1200 FREE Consultation (*Limited Time Offer)

      star icon

      4.5/5

      medikit icon

      25 + Years

      Location icon

      Delhi

      General Surgeon

      Laparoscopic Surgeon

      Proctologist

      Call Us
      6366-526-847
    • online dot green Doctor available
      Dr. Amol Gosavi (Y3amsNWUyD)

      Dr. Amol Gosavi

      MBBS, MS - General Surgery

      ₹1200 FREE Consultation (*Limited Time Offer)

      star icon

      4.7/5

      medikit icon

      23 + Years

      Location icon

      Mumbai

      Laparoscopic Surgeon

      General Surgeon

      Proctologist

      Call Us
      6366-526-847

    अपेंडिक्स सर्जरी के लिए सर्वश्रेष्ठ उपचार केंद्र

    अपेंडिक्स सर्जरी के लिए सर्वश्रेष्ठ उपचार केंद्र

    हम, प्रिस्टीन केयर में अपेन्डिसाइटिस के लिए दूरबीन से उपचार प्रदान करते हैं। इस प्रकार के उपचार के पीछे का कारण आपकी सुरक्षा है। हमने कुछ अस्पतालों को अपने पैनल में जोड़ा है, जहां पर आधुनिक बुनियादी ढांचा और अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद है और इन्ही अस्पतालों में हमारे अनुभवी डॉक्टरों के द्वारा अपेंडिक्स ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता है। प्रिस्टीन केयर के देश भर में अपने खुद के क्लीनिक भी हैं, जहां डॉक्टर रोगियों को परामर्श प्रदान करते हैं।

    हमारे पास सामान्य उपकरण एवं दूरबीन से सर्जरी करने वाले सर्जनों की एक समर्पित टीम है, जिनके पास अनुभव के साथ साथ अत्यंत कुशलता भी है और वह अपेंडिक्स का इलाज काफी समय से करते आए हैं। हमारे डॉक्टर दोनों प्रकार की सर्जरी करने में सक्षम है। उनके पास दूरबीन और सामान्य दोनों प्रकार की सर्जरी करने का 10 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है। आप हमारे विशेषज्ञों के साथ नि:शुल्क परामर्श बुक कर सकते हैं और अपेंडिसाइटिस के लिए किफायती एवं उन्नत उपचार प्राप्त कर सकते हैं।

    अपेंडेक्टोमी के कितने प्रकार होते हैं?

    अपेंडेक्टोमी के कितने प्रकार होते हैं?

    अपेंडिक्स को हटाने के लिए दो प्रक्रियाएं शामिल हैं।

    ओपन अपेंडेक्टोमी–

    मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया के तहत रखा जाता है। यह एक तरह की सामान्य सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें पेट के निचले हिस्से में एक छोटा चीरा लगाया जाता है। सर्जन पेट को खोल सकते है और अपेंडिक्स को निकाल सकते है। आमतौर पर यह लैप्रोस्कोपिक सर्जरी शुरू होने से पहले किया जाता था। अब यह सर्जरी उन मामलों में ही की जाती है जिनमें अपेंडिक्स फट गया हो या बीमारी की जटिलता के रूप में पेट का संक्रमण हुआ हो।

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी–

    लैप्रोस्कोपिक एपेंडेक्टोमी एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें लगभग 2 से 3 छोटे चीरे लगाए जाते हैं। मरीज को सामान्य एनेस्थीसिया के तहत रखा जाता है। पेट के अंदर देखने के लिए और स्पष्ट दृश्य के लिए पेट को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरा जाता है फिर लैप्रोस्कोप के साथ एक कैमरा लगाया जाता है। एक बार अपेंडिक्स दिख जाने के बाद उसे निकाल दिया जाता है।

    अपेंडेक्टोमी के दौरान क्या होता है?

    अपेंडेक्टोमी के दौरान क्या होता है?

    निदान 

    • मरीज का फिजिकल टेस्ट किया जाता है, जिसमें डॉक्टर मरीज से उसके स्वास्थ्य से जुड़े कुछ सवाल पूछते हैं 
    • अपनी ल्यूब्रीकेटेड ऊँगली को गुदा में प्रवेश कराके निचले मलाशय की स्थिति को टटोलने की कोशिश करते हैं। 
    • इन्फेक्शन का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट किया जा सकता है।
    • अपेंडिक्स और उसके आस-पास के अंग की तस्वीर देखने के लिए डॉक्टर एक्स रे (X-Ray), सीटी स्कैन (CT Scan) और अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) जैसे इमेजिंग टेस्ट करवा सकते हैं।

    अपेंडिक्स को निकालने के लिए दूरबीन का प्रयोग

    अपेंडिक्स को निकालने के लिए दूरबीन का प्रयोग

    लेप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी या दूरबीन से अपेंडिक्स को निकालना एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें लगभग 2 से 3 छोटे चीरे लगाए जाते हैं। न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया वह प्रक्रिया है, जिसमें कम से कम उपकरणों को शरीर के भीतर डाला जाता है। रोगी को सामान्य एनेस्थीसिया या बेहोशी की दवा के तहत रखा जाता है। पेट के अंदर स्पष्ट रूप से देखने के लिए पेट के अंदर कार्बन डाइऑक्साइड गैस को डाला जाता है, फिर दूरबीन के साथ एक कैमरा लगा कर उन कट में डाल देते हैं। एक बार अपेंडिक्स दिख जाए तो उसे दूरबीन की सहायता से निकाल लिया जाता है।

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी के लिए खुद को कैसे तैयार करें?

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी के लिए खुद को कैसे तैयार करें?

     

    • सर्जिकल प्रक्रिया से 8 घंटे पहले कुछ खाना या पीना नहीं चाहिए। 
    • अगर मरीज किसी तरह की दवाओं पर है तो डॉक्टर उन दवाओं को बंद करने की सलाह देते हैं। 
    • डॉक्टर, मरीज को एंटीबायोटिक्स या अंतःस्राव तरल पदार्थ से शुरू कर सकते हैं। 
    • आपको सर्जरी से एक हफ्ते पहले कुछ दवाएं जैसे एस्पिरिन, ब्लड थिनर, विटामिन E और गठिया की दवाएं लेने से बचना चाहिए। 
    • अगर आपको रक्तस्राव जैसी समस्या पहले से है या थी या अगर आपको एनेस्थीसिया से एलर्जी है, तो सर्जरी के लिए जाने से पहले अपने डॉक्टर को सूचित करें, ऐसा करना ज़रूरी है। 
    • अस्पताल पहुंचने पर, आपको सर्जरी के दौरान किसी भी संभावित जटिलताओं को खत्म करने के लिए ब्लड टेस्ट, छाती का एक्स-रे और अन्य टेस्ट करवाने पड़ सकते हैं।
    • अगर आप स्नान करना चाहते हैं तो ध्यान रहे की सर्जरी करने से पहले ही स्नान कर लें क्योंकि डॉक्टर ऑपरेशन के बाद सर्जिकल क्षेत्र को सूखा रखने की सलाह देते हैं, जो सर्जरी के बाद घायल क्षेत्र में संक्रमण और अन्य जटिलताओं से बचने में मदद करता है।

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी सर्जरी के बाद आप क्या उम्मीद कर सकते हैं?

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी सर्जरी के बाद आप क्या उम्मीद कर सकते हैं?

    जब तक कि एनेस्थीसिया का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त ना हो जाए आप अपेंडिक्स सर्जरी के बाद थोड़े दर्द और बेचैनी महसूस कर सकते हैं। एक बार जब एनेस्थीसिया का असर चला जाता है और आपका रक्तचाप, सांस और नाड़ी यानी पल्स की दर स्थिर हो जाती है, तो आपको रिकवरी रूम में ले जाया जाता है। आपकी संपूर्ण शारीरिक स्थिति और उपचार की प्रक्रिया के आधार पर आपको अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। घाव को संक्रमण से बचाने के लिए आपको अगले कुछ दिनों तक सर्जिकल जगह को सूखा और साफ रखने की सलाह दी जाएगी। अपेंडेक्टोमी सर्जरी होने के बाद, पहले कुछ दिनों के दौरान, आप अपने पेट के आस-पास की जगह में दर्द महसूस कर सकते हैं, और डॉक्टर दर्द से निपटने और किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं। 

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी के फायदे जानें

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी के फायदे जानें

    मरीज और डॉक्टर लैप्रोस्कोपिक अपेंडिक्स रिमूवल सर्जरी पसंद करते हैं क्योंकि ओपन सर्जरी की तुलना में इसके निम्नलिखित फायदे हैं-

    • 1 बड़े चीरे के बजाय, लैप्रोस्कोपिक तकनीक में 1 से 3 कीहोल के आकार के चीरे लगाए जाते हैं जो तुलनात्मक रूप से छोटे होते हैं। इस प्रकार, त्वचा के टिशू को होने वाली क्षति काफी कम हो जाती है।
    • चूंकि चीरों का आकार छोटा होता है, इसलिए सर्जरी के दौरान और बाद में रक्तस्राव या संक्रमण की संभावना कम होती है।
    • चीरा छोटे आकार का होने के कारण, सर्जरी के बाद दर्द कम से कम होता है।
    • मरीज जल्दी ठीक हो जाता है क्योंकि छोटे चीरे बड़े चीरे की तुलना में तेजी से ठीक हो जाते हैं।
    • लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी के साथ, मरीज को उसी दिन अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
    • लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी होने के बाद शारीरिक गतिविधियों पर प्रतिबंध कम होगा।

    ज़्यादातर पूछे जाने वाले सवाल

    अपेंडिसाइटिस से छुटकारा पाने का सबसे सटीक और तेज़ तरीका क्या है?

    अपेंडिसाइटिस से छुटकारा पाने का सबसे सटीक और तेज़ तरीका है सर्जिकल उपचार। सर्जरी के जरिए अपेंडिक्स को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा, जिससे इस समस्या का हमेशा के लिए समाधान हो जाएगा। सर्जरी में केवल 30 से 45 मिनट का समय लगता है। 

    क्या सर्जरी के बिना अपेंडिसाइटिस का इलाज संभव है?

    हां, कुछ मामलों में, एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल करके अपेंडिसाइटिस का इलाज किया जा सकता है। दवाएं सूजन को दूर करेंगी और संक्रमण का इलाज करेंगी। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि स्थिति को आगे बढ़ने से रोकने में दवाएं प्रभावी होंगी। इसलिए अपेंडिसाइटिस की समस्या को पूरी तरह से ख़तम करने के लिए सर्जरी की ज़रूरत होगी।

    भारत में लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी का खर्च कितना होता है?

    अनुमान भरता में लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी का खर्च 40,000 से 1,20,000 तक हो सकता है। लेकिन ये खर्च शहरों, अस्पताल और सर्जन के आधार पर ऊपर नीचे हो सकता है। 

    अपेंडिक्स निकालने के बाद आपको कितने समय तक अस्पताल में रहना होगा?

    आमतौर पर, अगर आप लैप्रोस्कोपिक सर्जरी करवाते हैं, तो आपको अस्पताल में रहने की ज़रूरत नहीं होगी। आपको उसी दिन छुट्टी दे दी जाएगी। हालांकि, ज़रूरत पड़ने पर डॉक्टर आपकी स्थिति के आधार पर 1 या 2 दिनों के लिए अस्पताल में रहने के लिए कह सकते हैं।

    क्या अपेंडिक्स की सर्जरी दर्दनाक होती है?

    नहीं, अपेंडिक्स सर्जरी बिल्कुल भी दर्दनाक नहीं होती है क्योंकि यह सामान्य एनेस्थीसिया का इस्तेमाल करके की जाती है।

    क्या अपेंडिक्स हटाने की सर्जरी स्वास्थ्य बीमा के अंतर्गत आती है?

    हां, अपेंडिक्स हटाने की सर्जरी स्वास्थ्य बीमा द्वारा कवर की जाती है क्योंकि यह एक गंभीर स्थिति है जो जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकती है। ज़्यादातर बीमा कंपनियां अपेंडिक्स के उपचार के लिए पर्याप्त कवरेज प्रदान करते हैं।

    अपेंडिसाइटिस उपचार के दूसरे विकल्प क्या हैं?

    अपेंडिसाइटिस उपचार का सर्जरी के अलावा एकमात्र विकल्प एंटीबायोटिक दवाएं हैं। हालांकि, यह विकल्प केवल पुरानी एपेंडिसाइटिस के मामले में काम करता है जब स्थिति बार-बार होती है। क्रोनिक एपेंडिसाइटिस में, स्थिति उस चरण तक आगे नहीं बढ़ती है जहां सर्जरी की आवश्यकता होगी। इसे केवल दवाओं से ही नियंत्रित किया जा सकता है।

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी(अपेंडिक्स सर्जरी) के बाद देखभाल कैसे करें?

    सर्जरी के बाद मरीज को निगरानी के लिए रिकवरी रूम में ले जाया जाता है। आमतौर पर मरीज को अगले ही दिन छुट्टी दे दी जाती है अगर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई हो और 3 दिनों के बाद ओपन अपेंडेक्टोमी की गई हो। पूरी तरह रिकवरी होने में लगभग 4 से 6 सप्ताह लग सकते हैं।

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी होने के बाद देखभाल कैसे करें?

    अपेंडिक्स ऑपरेशन के बाद अस्पताल में देखभाल-

    • अपेंडिक्स सर्जरी के बाद मरीज को रिकवरी रूम में ले जाया जाता है। डॉक्टर्स मरीज की ह्रदय गति, सांस, ब्लड प्रेशर आदि की जांच करते हैं।
    • लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में व्यक्ति को सर्जरी के बाद अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं होती है।
    • अपेंडिक्स सर्जरी के बाद रिकवरी में कितना समय लगेगा यह इस बात पर निर्भर करता है की सर्जरी किस प्रक्रिया से की गयी है और प्रक्रिया के दौरान एनेस्थीसिया का कौन-सा प्रकार दिया गया था। ऑपरेशन के आखिरी में चीरे के अंदर लगाई गई ट्यूब को तब निकाला जायेगा जब आंतों की काम करने की क्षमता सामान्य हो जाएगी। जब तक उस ट्यूब को निकाल नहीं दिया जाता तब तक पेशेंट कुछ खा या पी नहीं सकता है।

    लैप्रोस्कोपिक अपेंडेक्टोमी के बाद घर में देखभाल-

    • अपेंडेक्टोमी के बाद मरीज को घर ले आने के बाद ध्यान रखें कि उसके घाव को साफ और सूखा रखें।
    • अपेंडेक्टोमी के बाद डॉक्टर द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के हिसाब से ही नहाएं।
    • घर आने के बाद भी नियमित रूप से डॉक्टर के साथ फॉलो-अप परामर्श करवाते रहें।
    • अपेंडेक्टोमी के बाद ज्यादा देर तक खड़े रहने पर चीरे की जगह और पेट की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
    • डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का सेवन उचित समय पर करें।
    • लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में आपको यह महसूस हो सकता है कि कार्बन डाइऑक्साइड अभी भी आपके पेट में है। यह समस्या कुछ दिनों में ठीक हो जाएगी।
    • ऑपरेशन के बाद हर समय बिस्तर पर ना रहकर, हल्का टहलना मरीज के लिए अच्छा रहता है। लेकिन ऐसी स्तिथि ना आने दें की आपको थकावट महसूस हो।

    अपेंडिसाइटिस के कितने प्रकार होते है?

    तीव्र(एक्यूट) अपेंडिसाइटिस

    अपेंडिसाइटिस के गंभीर और अचानक दौरे को तीव्र कहा जाता है। 10 से 30 वर्ष की आयु के बीच, बच्चों और युवा वयस्कों में इसका अनुभव करने की सबसे अधिक संभावना है, और अपेंडिसाइटिस महिलाओं की तुलना में पुरषों को ज़्यादा बार इसका अनुभव होता है। शुरू के समय में दर्द अक्सर हल्का रहता है लेकिन जल्द ही बढ़ जाता है।

    जब भी आपको तेज दर्द होन शुरू हो, तो आपको इलाज करवाने की ज़रूरत पड़ेगी। अगर समय पर इलाज ना हुआ, तो आपके अपेंडिक्स के फटने का खतरा बढ़ जाता है। यह समस्या घातक होने की क्षमता रखती है। 

    लगभग 7 से 9 प्रतिशत लोगों को अपने जीवन में एक्यूट अपेंडिसाइटिस का अनुभव हो सकता है।

     

    क्रोनिक अपेंडिसाइटिस

    क्रोनिक अपेंडिसाइटिस, एक्यूट अपेंडिसाइटिस से कम बार होती है। केवल 1.5% लोग जो पहले से ही क्रोनिक अपेंडिसाइटिस का अनुभव कर चुके हैं, वे इसका अनुभव करते हैं।

    क्रोनिक अपेंडिसाइटिस के लक्षण कुछ हद तक मामूली हो सकते हैं और आम तौर पर एक्यूट अपेंडिसाइटिस के जैसे ही होते हैं। लक्षणों के गायब होने और फिर से शुरू होने में कुछ सप्ताह, महीने या साल भी लग सकते हैं।

    इस तरह के अपेंडिसाइटिस का निदान मुश्किल हो सकता है। कभी-कभी, इसका निदान तब तक नहीं होता जब तक यह एक्यूट अपेंडिसाइटिस में बदल नहीं जाता। लगातार बने रहने वाले अपेंडिसाइटिस घातक हो सकता है।

    क्या होगा यदि अपेन्डिसाइटिस का उपचार नहीं हुआ?

    क्या होगा यदि अपेन्डिसाइटिस का उपचार नहीं हुआ?

    यदि अपेन्डिसाइटिस का उपचार समय पर नहीं होता है तो संक्रामक बैक्टीरिया आपके अपेंडिक्स में सूजन, खून के बहाव में बाधा या फिर अपेंडिक्स की दीवारों पर समस्या जैसी जटिलताएं उत्पन्न कर सकता है। इसके कारण आपके अपेंडिक्स में प्रेशर बनेगा, जिससे अपेंडिक्स फट भी सकता है। यदि ऐसा हुआ तो अपेंडिक्स में मौजूद पस या अणु आपके पेट के उस क्षेत्र में जा सकते हैं, जहां पर यकृत, पेट और आंत हैं, जो आपके लिए एक जानलेवा स्थिति बन सकती है। 

    एपेंडिसाइटिस के विभिन्न ग्रेड

    एपेंडिसाइटिस के विभिन्न ग्रेड

    ग्रेड 1 

    अपेंडिसाइटिस के शुरुआती चरण

    इस चरण में आपको नाभि के आस पास के क्षेत्र में दर्द होगा और कभी कभी पेट में मरोड़ जैसा भी महसूस हो सकता है। इस स्थिति में आप दर्द होने वाली जगह को बता पाने में असमर्थ होंगे। इसे आप आमतौर पर अपेंडिक्स में संभावित सूजन का पहला संकेत मान सकते हैं। भूख न लगना, मतली और उल्टी जैसे अन्य लक्षणों से भी आपका सामना हो सकता है। 

     

    ग्रेड 2

    सुप्पराटिव अपेंडिसाइटिस

    यह वह चरण है जहां अपेंडिक्स के लुमेन में जमा बैक्टीरिया और ज्वलनशील तरल पदार्थ अपेंडिक्स की मांसपेशियों की दीवार में प्रवेश करते हैं।, जब ज्वलनशील ऊतक पेरिटोनियम के खिलाफ रगड़ती है तो यह बाद में तेज दर्द का कारण बनते हैं। इस ग्रेड में आप देखते हैं कि दर्द नाभि से हटकर अब उस क्षेत्र से नीचे एवं दाहिने क्षेत्र में उत्पन्न होता है। 

     

    ग्रेड 3

    गैंग्रीनस एपेंडिसाइटिस

    इस ग्रेड में अपेंडिक्स की रुकावट से सूजन और दबाव बढ़ जाता है, जिसके कारण अंग में रक्त का प्रवाह रुक जाता है। ऐसी स्थिति को स्वास्थ्य आपातकालीन स्थिति माना जाता है। यदि रोगी को समय पर उचित उपचार नहीं मिलता है, तो इसका परिणाम अपेंडिक्स के टूटने या फटने के रूप में देखा जा सकता है, जिससे गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

     

    ग्रेड 4 

    छिद्रित / टूटा हुआ अपेंडिक्स

    कभी कभी संक्रमण के कारण अपेंडिक्स में एक छेद हो जाता है, जिसके कारण संक्रमण पेट के अन्य भाग में भी फैल जाता है। इस स्थिति में जो मल अपेंडिक्स में होता है, उसके पेट में फैल जाने की अधिक संभावना होती है। इसके कारण शरीर में जलन होती है और पेट में फोड़े हो जाते हैं। सूजन के कारण, आंतों में समस्या उत्पन्न होती है, जिसे सर्जरी से निकालना मुश्किल होता है। यह पेट के अंदर छाले या फोड़े लंबे समय तक बुखार और दर्द का कारण बन सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप लोग थोड़े धीमी रफ्तार से ठीक होते हैं। 

     

    ग्रेड 5

    फलेगमोनस अपेंडिसाइटिस या फोडा

    ऐसी अपेंडिक्स जिसमें सूजन और छेद हो तो वह कभी कभी ओमेंटम (फैटी ऊतक की एक डबल-परत जो निचले पेट में अंगों और आंतों को कवर और समर्थन करती है) से अलग हो जाए या छोटी आंत पूर्ण रूप से बाधित हो जाए तो ग्रेड 5 का अपेंडिसाइटिस की संभावना होती है। इसके कारण अपेंडिक्स में सूजन और लालिमा देखने को मिलती है। इसके कारण अपेंडिक्स में समस्या उत्पन्न होती है और इस ग्रेड में जल्द से जल्द अपेंडिक्स में सूजन के उपचार का सुझाव दिया जाता है।

    Create-Ayushman-Bharat-ABHA-ID
    Get-Covid-19-Booster-Dose

    Appendicitis Treatment in Top Cities

    expand icon

    Appendicitis Surgery Cost in Top Cities

    expand icon