yogasana for gallstones in hindi

पित्ताशय मानव शरीर का एक अंग है जो लिवर से स्रावित होने वाले पित्त को एकत्रित करता है और फिर उसे आंत में भेजता है। पित्त की मदद से सॉल्युबल और इनसोल्युबल फैट टूटते हैं और खाना पचाने में आसानी होती है। जब पित्ताशय की थैली में पित्त (bile juice) स्थिर हो जाता है, तो वहां कोलेस्ट्रॉल बनने लगता है।

कोलेस्ट्रॉल, पित्त लवण (Bile salts) और बिलीरुबिन के लेवल में असंतुलन होने के कारण पित्ताशय में पथरी का निर्माण हो जाता है। चलिए कुछ योगासन के बारे में जानते हैं जो पित्ताशय की पथरी के कारण होने वाले दर्द को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं।

पढ़ें- पित्ताशय की पथरी का इलाज

पित्ताशय की पथरी के कारण

  • मोटापा
  • बहुत अधिक डाइटिंग करने से
  • डायबिटीज 
  • कमजोर पाचन तंत्र
  • अधिक एस्ट्रोजन (गर्भावस्था या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के कारण)
  • कोलेस्ट्रोल का अधिक उत्पादन

पित्ताशय की पथरी के लक्षण

  • ठंड के साथ तेज बुखार
  • उल्टी या मितली
  • पीलिया
  • पेट या दाएं कंधे में तेज दर्द
  • पेशाब का रंग गहरा होना
  • मल का रंग मिट्टी की तरह हो जाना

Gallstone Surgery

पित्ताशय की पथरी का दर्द कम करने के लिए योगासन – Pittashay Ki Pathri Ke Liye Yogasana

भुजंगासन

पित्ताशय की पथरी के कारण सूजन के चलते होने वाले दर्द को कम करने के लिए भुजंगासन एक अच्छा व्यायाम है। इससे पेट पर गहरा खिंचाव पड़ता है और आपके कमर और ऊपरी हिस्से को मजबूती प्राप्त होती है।

भुजंगासन

ऐसे करें-

  • पेट के बल लेट जाएं फिर कंधों के बल पर हाथों को जमीन पर रखें।
  • अब धीरे-धीरे हाथों से जमीन पर दबाव डालते हुए अपने आगे की शरीर (कमर के ऊपर के) को ऊपर उठाएं।
  • अब आप आपका पोज ऊपर दिखाई गई कोबरा की तरह दिखाई देने वाली तस्वीर की तरह होगा।
  • आप इसे 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं, इससे पित्ताशय की पथरी के कारण होने वाली पीड़ा को कम करने में मदद मिलेगी।

सर्वांगासन

पित्ताशय के कार्य को सुचारू करके पित्ताशय की पथरी के दर्द को कम करने और उससे छुटकारा दिलाने के लिए सर्वांगासन एक बहुत ही अच्छा योगासन है।

सर्वांगासन

ऐसे करें-

  • साफ चटाई में पीठ के बल लेटकर अपने दोनों हाथों के पंजो को पीठ के नीचे ले जाएं और कमर को दोनों अंगूठे से कैद कर लें।
  • अब धीरे-धीरे निचले हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं, बिल्कुल ऊपर बनी तस्वीर की तरह।

शलभासन

टिड्डी मुद्रा या शलभासन एक ऐसा पोज है जो ब्लड सर्कुलेशन को दुरुस्त करने, पित्ताशय की पथरी का इलाज करने और पित्ताशय के कार्य में सुधार करके पथरी का दर्द कम करने में आपकी बहुत मदद कर सकता है। यह आंतों और एंजाइम स्रावित (secrete) करने वाली ग्रंथियों को एक्टिव करता है।

शलभासन

ऐसे करें-

  • अपने पेट के बल लेट जाएं और दोनों भुजाओं एवं पैरों को हवा में उठा लें।
  • अपने पैरों और हाथों को सीधा रखें।
  • इस स्थिति में 5 से 10 मिनट तक रहें, पोज को समझने के लिए आप ऊपर दी गई तस्वीर की मदद ले सकते हैं।

धनुरासन

आंतरिक रूप से चिकित्सीय मालिश प्रदान करने के कारण धनुरासन पित्ताशय की थैली और विभिन्न अंग के कार्यों के लिए बहुत फायदेमंद है, यह पेट की मांसपेशियों को भी मजबूती प्रदान करता है और हर्निया होने की संभावनाओं को कम करता है

धनुरासन

ऐसे करें-

  • फट्टे में पेट के बल लेट जाएं और अपने पीछे के दोनों पैरों को ऊपर उठाएं।
  • अब अपने दोनों हाथों को ऊपर ले जाएं और पैर की उंगलियों को पकड़ लें, बिल्कुल ऊपर दिखाई गई तस्वीर के अनुसार।
  • इस अवस्था में कुछ देर बने रहें, आधा घंटा में इस प्रक्रिया को 3 से 4 बार नियमित रूप से रोज दोहराएं।

नारायण आसन

यह भी पित्ताशय की पथरी में दर्द को कम करके लक्षणों को कम करने का काम करता है।

नारायण आसन

ऐसे करें-

बायीं ओर लेटें, अपने हाथ से अपने सिर को उठा लें। दाहिना पैर बाएं पैर पर रखें। इस मुद्रा में 10-15 मिनट तक रहें। यह आसन भगवान विष्णु के शयनासन से मिलता जुलता है।

पित्ताशय की पथरी में आहार

तले-भुने खाद्य पदार्थ, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पादों और सभी वसायुक्त खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से एनिमल फैट और किसी भी सेचुरेटेड फैट से दूरी बनाएं। ये पित्त की पथरी के दौरान पित्ताशय में पित्त के जमाव दर को तेज करते हैं। शारीरिक गतिविधियाँ और योग करने के साथ, कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रित रखने के लिए आप क्या खाते हैं, इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसके अलावा, आपको एक स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए, जिसमें शामिल हैं:

क्या योग से पित्ताशय की पथरी घुल जाएगी?

पित्ताशय की पथरी से निजात पाने के लिए अक्सर सर्जरी और दवा की जरूरत पड़ती है, फिर भी लोग इससे राहत पाने के लिए देशी उपचार की तलाश में रहते हैं। हालांकि, योग से पित्ताशय की पथरी को ख़तम नहीं किया जा सकता है, लेकिन इससे पित्त के उत्पादन पर लगाम लगाया जा सकता है और पथरी के कारण होने वाले असहनीय पीड़ा को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

Pristyn Care से कराएं पित्ताशय की पथरी की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी

यदि पित्ताशय की पथरी का आकार बड़ा है तो उसे सामान्य उपचार की मदद से ठीक कर पाना मुश्किल होता है। हालांकि, कई बार उपचार के लिए सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन निदान करवाकर पथरी के गंभीरता का पता लगा लेना चाहिए। स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं।

इसकी ओपन सर्जरी भी की जाती है, लेकिन उसमें बहुत बड़ा चीरा लगता है और रोगी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। Pristyn Care रोगियों को आरामदायक और दर्द रहित सर्जरी प्रदान करने के लिए लेप्रोस्कोपिक सर्जरी करता है, इसमें कोई बड़ा कट नहीं लगता है और दर्द रहित रिकवरी होती है।

पढ़ें- पित्ताशय की पथरी के लिए लेप्रोस्कोपिक या ओपन सर्जरी

Pristyn Care के पास इसकी सर्जरी करने के लिए अनुभवी सर्जन हैं, जो रोगी की अवस्था के अनुसार उसका उचित उपचार करते हैं, इसके अलावा भी Pristyn Care निम्न सुविधाएं प्रदान करता है।

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|