पेशाब में खून आने के कारण, लक्षण और इलाज

पेशाब में खून आने की समस्या को हेमाट्यूरिया (Hematuria) के नाम से भी जाना जाता है। यह बीमारी होने के बाद मरीज को जांच और इलाज कराने में बिलकुल भी देरी नहीं करनी चाहिए। दरअसल, यह बीमारी किडनी से जुड़ी होती है और अगर सही समय पर इसका इलाज नहीं किया गया तो यह मरीज की मौत का कारण भी बन सकती है। हेमाट्यूरिया का इलाज करने के कई तरीके उपलब्ध हैं। आइये, पेशाब में खून आने के कारण, लक्षण, और इलाज के बारे में विस्तृत रूप से जानते हैं। (इसे भी पढ़ें: बार बार पेशाब आने के कारण, लक्षण और इलाज)

Table of Contents

एक नजर

  • पेशाब में खून आने का लक्षण इसके कारणों पर निर्भर करता है
  • हेमाट्यूरिया की समस्या होने पर डॉक्टर से समय समय पर जांच करवाना चाहिए

हेमाट्यूरिया के प्रकार — Types of Hematuria in Hindi

हेमाट्यूरिया के दो प्रकार होते हैं:-

  1. माइक्रोस्कोपिक हेमाट्यूरिया (Microscopic Hematuria)
  2. ग्रॉस हेमाट्यूरिया (Gross Hematuria)

माइक्रोस्कोपिक हेमाट्यूरिया — Microscopic Hematuria in Hindi

इस प्रकार के हेमाट्यूरिया में पेशाब के साथ काफी कम मात्रा में खून निकलता है जिसे आंखों से देख पाना मुश्किल है। इसे देखने के लिए माइक्रोस्कोप (Microscope) का प्रयोग किया जाता है।

ग्रॉस हेमाट्यूरिया — Gross Hematuria in Hindi

जब पेशाब में बहुत अधिक मात्रा में खून निकलता है तो ग्रॉस हेमाट्यूरिया की समस्या होती है। इसमें स्पष्ट रूप से पेशाब के साथ निकलते खून को देखा जा सकता है।

पेशाब में खून आने के लक्षण — Symptoms of Hematuria in Hindi

पेशाब में खून आने के कई कारण होते हैं और इसके लक्षण इन्हीं कारणों पर निर्भर करते हैं। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण हैं जो पेशाब में खून आने पर दिखाई देते हैं। जैसे की:- 

  • कमर में तेज दर्द
  • पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द
  • पेशाब करते वक्त जलन महसूस होना या फिर अचानक से पेशाब निकल जाना
  • अगर पर्याप्त मात्रा में पेशाब से खून निकलता है तो पेशाब मार्ग में खून के थक्के भी बन सकते हैं। इससे मार्ग में रुकावट उत्पन्न होती है और मूत्र त्याग करते वक्त तेज दबाव और दर्द महसूस होता है

पेशाब में खून आने के कारण — Causes of Hematuria in Hindi

  • किडनी इंफेक्शन — Kidney Infection

किडनी में इंफेक्शन की समस्या होने पर पेशाब से खून निकलने की संभावना बढ़ जाती है। इसके साथ साथ बुखार आना और पेट के किसी एक तरफ दर्द की समस्या भी होती है।

  • यूरेथ्राइटिस — Urethritis 

पेशाब मार्ग एक ट्यूब के आकार जैसा होता है। इस ट्यूब में सूजन आने के कारण पेशाब से खून निकलता हैं। यह समस्या ज्यादातर उन लोगों में देखी जाती है जिन्हें यौन संचारित रोग होता है। 

  • किडनी स्टोन — Kidney Stone

किडनी स्टोन की समस्या के कारण भी पेशाब से खून निकल सकता है। स्टोन के कारण किडनी से जुड़ा एक मार्ग अवरुद्ध हो जाता है जिससे तेज दर्द भी होता है। हालांकि, कई बार यह समस्या दर्द रहित भी होती है। 

  • मूत्राशय में इंफेक्शन — Urinary Tract Infections

मूत्राशय में इंफेक्शन होने पर पेशाब के साथ खून निकलता है और तेज जलन महसूस होती है। छोटी छोटी गलतियां जैसे की अनप्रोटेक्टेड सेक्स या अंडरवियर के गंदा होने आदि से भी मूत्राशय में इंफेक्शन होने का खतरा रहता है।

  • खतरनाक दवाइयां — Dangerous Drugs

ऐसे कई पेनकिलर और अन्य रोगों की दवाइयां जो खून पतला करने का कार्य करती हैं। इन दवाइयों के सेवन से भी पेशाब में खून आ सकता है। 

  • किडनी कैंसर — Kidney Cancer

गुर्दे में कैंसर की समस्या अक्सर ज्यादा उम्र के लोगों में देखी जाती है। गुर्दे में कैंसर होने पर पेशाब से खून निकलता है और पसलियों के आसपास तेज दर्द महसूस होता है।

  • मूत्राशय कैंसर — Urinary Bladder Cancer

मूत्र मार्ग में कैंसर होने पर पेशाब करते वक्त तेज जलन होती है। इसके अलावा, बार बार पेशाब आने की समस्या भी होती है।

  • प्रोस्टेट कैंसर — Prostate Cancer

प्रोस्टेट एक ग्रंथि है जो केवल पुरुषों मैं मौजूद होती है। इस ग्रंथि का आकार बहुत छोटा होता है। इसका वजन नॉर्मली (Normally) 20 ग्राम होता है लेकिन 40 की उम्र पर करते ही इसका आकार बढ़ने लगता है जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। प्रोटेस्ट कैंसर होने पर पेशाब में खून निकलता है और बार बार पेशाब आने की समस्या होती है।

  • अनुवांशिक समस्या — Hereditary Problems 

अगर आपके परिवार में पहले से किसी व्यक्ति को गुर्दे से संबंधित बीमारी है तो यह आप में भी हो सकती है। ऐसे में लक्षण के तौर पर पेशाब से खून निकलने की समस्या हो सकती है।

  • अधिक व्यायाम — Excess Exercise

बहुत अधिक व्यायाम या दौड़ भाग करने से भी पेशाब में खून निकलने की समस्या होती है। 

  • पेशाब में खून आने का भ्रम — Confusion of Hematuria

    • कुछ ऐसी सब्जियां और फल होते हैं जिनके सेवन से हमारे पेशाब का रंग बदल जाता है। चुकंदर के सेवन से हमारे पेशाब का रंग गुलाबी हो जाता है और हम इसे हेमाट्यूरिया समझ लेते हैं
    • मासिक धर्म के दौरान पेशाब से खून निकल सकता है।
    • कई तरह की एन्टी-बायोटिक हैं जिनके सेवन से पेशाब का रंग गुलाबी या लाल हो जाता है।

पेशाब में खून का परीक्षण — Diagnosis of Hematuria in Hindi

पेशाब में खून आने की समस्या का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपसे दर्द और जलन के बारे में पूछ सकते हैं। परीक्षण के लिए आपके यूरिन के सैंपल का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर इंफेक्शन की वजह से खून निकलता है तो कुछ दवाइयों की मदद से इस समस्या को दूर किया जा सकता है।

अगर पेशाब में खून आने का मुख्य कारण संक्रमण है तो ऐसे में आपके पूरे शरीर की जांच होती है। मुख्य रूप से स्त्रियों में योनि की जांच और पुरुषों में रेक्टम (Rectum) की जांच की जाती है। इसके अलावा भी और कई तरह के परीक्षण किए जा सकते हैं जो इस प्रकार हैं:-

  • किडनी सही से काम कर रही है या नहीं इसके लिए रक्त की जांच की जाती है।
  • पेशाब में खून निकलने पर सिस्टोकोपी भी किया जा सकता है। इस जांच में मूत्रमार्ग में एक पतली नली डाली जाती है जिससे मूत्राशय के टिश्यू का सैंपल लिया जाता है। इससे मूत्राशय में कैंसर होने का भी पता चल जाता है।
  • माइक्रोस्कोप (Microscope) से परीक्षण कर पेशाब में खून की मौजूदगी के अलावा और भी कई नतीजे सामने लाए जा सकते हैं। बैक्टीरिया और वायरस जैसे सूक्ष्मजीव माइक्रोस्कोपिक परीक्षण (Microorganism Microscopic Test) की मदद से देखे जा सकते हैं जिससे संक्रमण का पता लगता है।
  • किडनी की बहुत सी बीमारियां हैं जिसमें पेशाब में खून निकलने की समस्या होती है, इन बीमारियों का पता लगाने के लिए किडनी की बॉयोप्सी (Biopsy) की जाती है। इसके अलावा गुर्दे का सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड भी किया जा सकता है।

पेशाब में खून आने पर क्या करें — What To Do During Hematuria in Hindi

कुछ आम समस्याओं की वजह से भी पेशाब में खून देखा जाता है। अगर खून की मात्रा ज्यादा नहीं है तो आप खुद से इसका बचाव कर सकते हैं:-

  • अगर किडनी स्टोन है तो अक्सर पेशाब से खून निकलने की समस्या होती है। ऐसे में भरपूर मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
  • नमक या फिर कैल्शियम का सेवन कम कर देना चाहिए।
  • पशु प्रोटीन से बने पदार्थों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  • ऑक्सलेट (Oxalate), कोल्ड ड्रिंक्स और सोडियम का सेवन भी कम से कम मात्रा में करना चाहिए।
  • अगर मूत्राशय में कैंसर या संक्रमण है तो पेशाब के दौरान भारी मात्रा में खून निकलता है। ऐसे में धूम्रपान और शराब का सेवन बिलकुल बंद कर देना चाहिए। एक शोध में यह बात सामने आई है कि धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को मूत्राशय में कैंसर और संक्रमण होने का खतरा अधिक रहता है।

पेशाब में खून निकलने का इलाज — Treatment of Hematuria in Hindi

पेशाब में खून आने के कई आम कारण होते हैं। जैसे कि चोट लगना, मूत्रशय में संक्रमण या फिर गुर्दे में पथरी की समस्या होना आदि। ऐसी परेशानियों में ज्यादा दिन तक खून नहीं निकलता है और कुछ दिनों के बाद यह खुद ही ठीक हो जाता है। अगर संक्रमण की वजह से खून निकलता है तो कुछ एंटीबायोटिक दवाइयों की मदद से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। 

पेशाब में खून आने का उपचार निम्न विषयों के आधार पर किया जाता है:-

  • अगर मूत्राशय कैंसर की समस्या का अनुमान पहले लगा लिया जाए तो इसका इलाज संभव है। अन्यथा बाद में यह जोखिम भरा होता है और इसके इलाज के लिए कई तरह की थेरेपी इस्तेमाल में लाई जाती हैं।
  • प्रोटेस्ट ग्लैंड के बढ़ने पर डॉक्टर कुछ दवाइयां खाने की सलाह देते हैं। इससे लगातार बढ़ रहे ग्लैंड के आकार और पेशाब में खून के स्राव को रोका जा सकता है।
  • मूत्राशय में पथरी या किडनी स्टोन होने पर शॉक वेव थेरेपी को इस्तेमाल में लाया जाता है। इस थेरेपी की मदद से स्टोन तोड़कर उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है।
  • पेशाब में खून निकलने के ऐसे कई मामले होते हैं जिन्हे शीघ्र इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में डॉक्टर तभी आपका इलाज करते हैं जब पेशाब में खून की मात्रा पूरी तरह खत्म हो जाती है। इसलिए समय समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहना चाहिए।

पेशाब में खून निकलने के घरेलू एवं आयुर्वेदिक इलाज — Home Remedies And Ayurvedic Treatment For Hematuria in Hindi

  • 10 ग्राम पिसी हुई हल्दी और 10 ग्राम पिसा हुआ आंवला रात को गुनगुने पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठने के बाद खाली पेट इस पानी को छानकर पीएं। इससे पेशाब में खून आने की शिकायत दूर होती है।
  • लगभग 1 ग्राम भुनी हुई फिटकरी रोजाना सुबह और शाम एक गिलास पानी के साथ पीने से पेशाब में खून आने की समस्या दूर होती है।
  • रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में मुनक्का भिगोकर रख दें। सुबह उसी पानी में मुनक्का को पीस लें और फिर छानकर पानी पी लें। ऐसा करने से पेशाब की जलन और पेशाब में खून की समस्या से छुटकारा मिलता है। पीसते वक्त एक चुटकी भुना हुआ जीरा भी मिला सकते हैं।
  • रात में एक गिलास पानी में आधा कप गेहूं भिगोकर रख दें। फिर सुबह इस पानी को छानकर दो चम्मच मिश्री डालकर पीएं। ऐसा करने से पेशाब में खून आने की समस्या से छुटकारा मिलता है।
  • आधा लीटर पानी में 50 ग्राम जौ तब तक उबालें जब तक पानी आधा नहीं हो जाता। अब इसे आंच से उतारकर ठंडा करें और दिन में तीन बार पीएं। ऐसा करने से पेशाब में खून आना बंद हो जाता है।
  • लगभग 50 ग्राम त्रिफला का काढ़ा बनाकर रोजाना सुबह शाम भोजन करने के बाद इसका सेवन करें। ऐसा करने से बहुत जल्द हेमाट्यूरिया की समस्या दूर हो जाती है।
  • आंवले के रस में हल्दी और शहद मिलाकर चाटने से पेशाब में खून एवं मवाद आने कि समस्या ठीक हो जाती है।
  • अगर किडनी स्टोन के कारण पेशाब में खून निकलता है तो गाजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। दो चुटकी गाजर का चूर्ण सुबह शाम पानी के साथ लेने से लाभ मिलता है।

पेशाब में खून आने पर जरूर बरतें ये सावधानियां — Precautions To Take During Hematuria in Hindi

  • साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • स्ट्रीट फूड एवं बाहरी खाना नहीं खाएं
  • सेक्स करते समय प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें
  • डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों को समय पर खाएं
  • तैलीय और मसालेदार पदार्थों का सेवन बिलकुल भी न करें
  • बीच बीच में डॉक्टर से चेक-अप (Check-up) जरूर कराते रहें।
  • ऐसी चीजों का सेवन न करें जिससे गुर्दे और पाचन क्रिया प्रभावित होते हैं।

निष्कर्ष — Conclusion 

पेशाब में खून आने की समस्या कोई छोटी समस्या नहीं है। अगर आपके पेशाब में खून आता है और आप ऊपर बताए गए घरेलू उपायों को आजमाने के बाद भी इससे छुटकारा नहीं पा रहे हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाकर इसकी जांच और इलाज करानी चाहिए। 

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|