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जब आपकी आंख का प्राकृतिक लेंस अपारदर्शी हो जाता है तो उसे मोतियाबिंद या कैटरैक्ट कहा जाता है। समान्यत: आंख के लेंस के जरिए ही प्रकाश रेटिना पर प्रतिबिंब बनाता है जो आगे तंत्र के द्वारा मस्तिष्क पर प्रकाश पुंज के वास्तविक प्रतिबिंब का आभास करता है। लेकिन मोतियाबिंद की समस्या होने पर लेंस धुंधला हो जाता है जिसके कारण प्रकाश पूर्ण रूप से रेटिना तक नहीं जा पाता है और रिजल्ट के तौर पर आपको चीजें साफ की बजाय धुंधली दिखाई पड़ती हैं। मोतियाबिंद की समस्या आमतौर पर 50-60 की उम्र के बाद ही होती है। लेकिन आंखों पर किसी प्रकार का चोट लगने के कारण यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। 

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मोतियाबिंद का इलाज दवा या आई ड्रॉप्स से संभव नहीं है। इस बीमारी का एकमात्र इलाज सर्जरी है। सर्जरी की मदद से इस समस्या को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है। सर्जरी करने के ढेरों तरीके हैं और इन्ही में से एक माइक्रो इंसीजन यानि कि फैको रेगुलर सर्जरी है। माइक्रो इंसीजन के दौरान सर्जन फोरसेप्स या मुड़ी हुई नीडल कि सहायता लेते हैं। इस सर्जिकल प्रक्रिया के दौरान सर्जन वैक्यूम कि मदद से खराब लेंस को आंख से बाहर निकाल कर एक नए कृत्रिम लेंस को लगा देते हैं। लेकिन विशेषज्ञ का मानना है कि इस सर्जरी के दौरान जिस इंट्राऑकुलर लेंस का इस्तेमाल किया जाता है वह लंबे समय तक स्टेबल नहीं रह पाता है। जिसकी वजह से आपको बाद में परेशानियां और जटिलताएं होने का ख़तरा रहता है।         

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जैसा कि  हमने आपको पहले ही बताया कि मोतियाबिंद कि सर्जरी करने के ढेरों तरीके हैं। लेकिन इन सभी में रोबोटिक यानी कि फेम्टोसेकेंड कैटरैक्ट सर्जरी को सबसे बेहतर माना जाता है, क्योंकि यह मोतियाबिंद की सर्जरी करने का सबसे आधुनिक और विकसित तरीका है। माइक्रो इंसीजन के दौरान आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए इस सर्जरी को विकसित किया गया है। फेम्टोसेकेंड कैटरैक्ट सर्जरी के दौरान सर्जन लेजर बीम का इस्तेमाल कर मोतियाबिंद का इलाज करते हैं। दूसरे सर्जिकल इलाज की तुलना में फेम्टोसेकेंड कैटरैक्ट सर्जरी ज्यादा महंगा है और इसमें समय भी अधिक लगता है। दूसरों की तुलना में इस सर्जरी की सफलता दर भी काफी अधिक है। इस सर्जरी के दौरान ब्लेड का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और इसमें टांकों की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है। यह सर्जिकल प्रक्रिया पूरी तरह सफल और सुरक्षित है।            

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मोतियाबिंद कई कारणों से होता है और इसके सबसे खास कारणों में एक कारण आँखों में प्रोटीन के गुच्छे बनना है। शोध के अनुसार पूरी दुनिया में अंधेपन का सबसे बड़ा कारण मोतियाबिंद ही है। मोतियाबिंद के ढेरों ऐसे कारण हैं जिनके बारे में पहले से सही जानकारी होने पर आप खुद को इस बीमारी से बचा सकते हैं। इसके मुख्य कारणों में मोटापा, धूम्रपान करना, आनुवंशिक कारण होना, शराब और दूसरी नशीली चीजों का सेवन करना, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी कराना, डायबिटीज़ से पीड़ित होना, हाइपरटेंशन होना, पहले कभी आंखों की सर्जरी कराना, लंबे समय तक कॉर्टिकोस्टेरॉइड दवाओं का सेवन करना, आंखों में पहले कभी चोट लगना या सूजन होना, कोलेस्टेरोल को कम करने के लिए स्टेटिन दवाओं का सेवन करना और आंखों का सूरज की रौशनी या पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आना आदि शामिल हैं। 

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जैसे मोतियाबिंद की रोकथाम करने के लिए इसके कारणों के बारे में पता होना आवश्यक है, वैसे ही समय पर इसका सही इलाज करने के लिए इसके लक्षणों के बारे में जानकारी होना भी आवश्यक है। मोतियाबिंद के लक्षण इस बात की तरह इशारा करते हैं कि आपको तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से मिलकर अपने आंख कि जांच और इलाज करानी चाहिए। उम्र बढ़ने के साथ अगर आपको धुंधला दिखाई देने लगे तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। चीजों का धुंधला दिखाई देना आपको मोतियाबिंद होने कि तरफ इशारा करता है। मोतियाबिंद कोई खतरनाक या गंभीर बीमारी नहीं है और इसके कुछ खास लक्षण भी नहीं होते हैं। 

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आपकी दृष्टि धुंधली होना और आपको चीजें साफ तरह से दिखाई न देना इसके मुख्य लक्षण माने जाते हैं। मोतियाबिंद के सामान्य लक्षणों में रात के समय या कम रौशनी में कम दिखाई देना, रौशनी का धीमा और धुंधला होना, तेज रौशनी में आंखें चौंधियाना, रौशनी के प्रति आपकी आंखों में संवेदनशीलता का बढ़ना, रंगों को पहचानने में परेशानी होना, चश्मे के नंबर में अचानक से बदलाव आना,  रौशनी के चारों तरफ परछाई दिखाई देना, डबल विजन होना, रात के समय ड्राइविंग या दैनिक जीवन के दूसरे उन सभी कामों को करने में परेशानी होना जिसमें रौशनी कि जरूरत होती है। अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण को खुद में देखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करें।      

अगर आपको मोतियाबिंद है तो आप प्रिस्टीन केयर से संपर्क कर सकते हैं। हमारे पास देश के सबसे बेहतरीन आंख के डॉक्टर हैं जो मॉडर्न मेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स से मोतियाबिंद की सर्जरी करते हैं। इस सर्जरी के दौरान आपको जरा भी दर्द या तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता है। सर्जरी वाले दिन ही आप अपने घर जाने के लिए फिट हो जाते हैं। मोतियाबिंद का बेस्ट और परमानेंट इलाज करने के साथ साथ हम अपने मरीजों को ढेरों फ्री सुविधाएं भी प्रदान करते हैं। मोतियाबिंद की सर्जरी से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमसे अभी संपर्क कर सकते हैं।  

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

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Updated on 13th July 2024