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वैसे तो किसी भी ऑपरेशन के बाद आपको कई तरह की सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। लेकिन मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद आपको खासकर कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि काफी हद तक ऑपरेशन के बाद किए जाना वाला परहेज इस बात का फैसला करता है की आपकी आंख कब ठीक होगी और आप कितनी जल्दी चीजों को अच्छी तरह से देखना शुरू कर सकते हैं।

कई बार लापरवाही बरतने के कारण मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने के बाद भी आंखों की रौशनी पूरी तरह से नहीं आती है। इसलिए यह आवश्यक है की आप मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद कुछ चीजों को लेकर परहेज करें।

मोतियाबिंद एक बीमारी है जिससे पीड़ित होने की स्थिति में आपकी आंख का लेंस धुंधला और खराब हो जाता है। इसके धुंधले एवं खराब होने के कारण आपको चीजों को साफ तरह से देखने और खासकर अपने उन सभी दैनिक जीवन के कामों को करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिसमें तेज और साफ दृष्टि की जरूरत पड़ती है जैसे की पढ़ना, रात में गाड़ी चलाना या टीवी देखना आदि।

मोतियाबिंद की समस्या को दूर करने के लिए आंख का ऑपरेशन किया जाता है। ऑपरेशन की मदद से खराब लेंस को बाहर निकालकर उसकी जगह पर एक अच्छा कृत्रिम लेंस (Artificial Lens) लगा दिया जाता है। आमतौर पर मोतियाबिंद का ऑपरेशन होने के बाद आपको कुछ ही घंटों के बाद साफ दिखाई देने लगता है। लेकिन कुछ मामलों में साफ दृष्टि (Sharp Vision) आने में कुछ समय लग सकता है।

मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद परहेज

मोतियाबिंद का ऑपरेशन होने के बाद (precautions after motiyabind operation in hindi) आपको हल्का फूलका आंखों में दर्द और खुजली तथा सर में दर्द की समस्या हो सकती है। आपको तेज रौशनी से भी परेशानी हो सकती है। लेकिन आपको इन सब से घबराने की जरूरत नहीं है। ऑपरेशन के बाद ऐसा होना आम बात है।

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खुजली होने पर आंख को खुजलाने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से आपकी आंख में लगे नए लेंस को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही कुछ दिनों के लिए आपको वो स्पेशल चश्मा पहनना चाहिए, जिसे आपके डॉक्टर ने निर्धारित किया है। यह चश्मा आपके आंखों की सुरक्षा करता है। नींद सोते समय भी चश्मा पहने ताकि आपकी आंखों पर प्रेशर न पड़े।

आराम न होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें    

अगर मोतियाबिंद ऑपरेशन के एक सप्ताह बाद भी आपको मोतियाबिंद के लक्षण महसूस हों और आपकी दृष्टि में किसी तरह का कोई सुधार न हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करें। ऐसी स्थिति में लापरवाही दिखाना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

रूटीन काम को करने से बचें

मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद motiyabind operation ke baad parhej आपको काफी परहेज करने की आवश्यकता होती है। ऑपरेशन के तुरंत बाद ड्राइविंग न करें और हमेशा चश्मा लगाकर रखें। इसके अलावा, किसी तरह का कोई भी एक्सरसाइज करने से बचें, रूटीन काम से ब्रेक लें और कुछ दिनों तक आराम करें ताकि आपकी आंख पर कम से कम जोर पड़े और आप जल्द से जल्द ठीक हो सकें। आपको कब एक्सरसाइज और अपने रूटीन काम को शुरू करना चाहिए, इस बारे में अपने डॉक्टर से अवश्य बात करें।

आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें 

आंखों में खुजली, जलन या दूसरी किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर उसे नहीं मलें। ऑपरेशन के बाद आंखों में खुजली होना आम बात है। इससे बचने के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें। मोतियाबिंद के ऑपरेशन की सफलता इस बात पर भी निर्भर करती है की आई ड्रॉप को किस तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है।

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नहाते समय आंखों को बंद रखें

नहाते समय अपनी आंखों को बंद रखें ताकि उनमें पानी न जाए। साथ ही, बिना डॉक्टर से सलाह लिए किसी भी तरह का आई मेकअप न करें। ऐसा करने से आपकी आंखों में जलन और दूसरी परेशानियां हो सकती हैं जो आपकी दृष्टि की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं। मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद सावधानी motiyabind operation ke bad savdhani बरतना उतना ही आवश्यक है जितना की खुद मोतियाबिंद का ऑपरेशन जरूरी है।

खेल कूद से दूर रहें 

ऑपरेशन के बाद कुछ दिनों तक उन सभी खेल कूद से दूर रहें जिसमें दौड़ना, भागना और चिल्लाना शामिल है। ऐसा करने से आपकी आंखों पर जोर पड़ता है जिसका आपकी दृष्टि पर गलत प्रभाव पड़ सकता है। मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद क्या परहेज करना चाहिए में बहुत देर तक टीवी नहीं देखना भी शामिल है। ऑपरेशन के बाद आपको लंबे समय तक मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे आपकी आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

खान-पान पर ध्यान दें

अगर आप यह सोच रहे हैं कि आंख के ऑपरेशन के बाद क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए तो हम आपको बता दें इस सर्जरी के बाद आपको अपनी डाइट पर खास ध्यान देना चाहिए। आमतौर पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर खान-पान पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाते हैं। लेकिन फिर भी अपने खान-पान को लेकर उनसे एक बार अवश्य बात करें। कुछ मामलों में किसी खास तरह के पदार्थ का सेवन करने से मना भी किया जा सकता है।

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हॉट वॉटर बाथ या स्विमिंग से बचें

मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद कम से कम दो सप्ताह तक हॉट वॉटर बाथ या स्विमिंग से बचें। ऐसा करने से आंखों में इंफेक्शन होने का ख़तरा बढ़ जाता है। इंफेक्शन की वजह से आपकी समस्याएं और अधिक बढ़ सकती हैं। इसलिए इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।

सिगरेट का सेवन न करें

सबसे खास, अगर आप सिगरेट का सेवन करते हैं तो तुरंत उसका सेवन बंद कर दें। मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद अपनी आंखों को सिगरेट की धुवां और तेज हवा से अधिक से अधिक बचाने की कोशिश करें। ये आपकी आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।

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मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद जल्दी ठीक होने के लिए (precautions after cataract surgery in hindi) आपको ऊपर दिए हुए सभी बिंदुओं का खास ध्यान रखना चाहिए। मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद परहेज करना बहुत आवश्यक है। साथ ही, जबतक आप पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें। ताकि वह इस बात की पुष्टि करते रहें कि आपको किसी तरह की कोई समस्या नहीं है और आप बिलकुल सही तरह से रिकवर हो रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद ठीक होने में कितना समय लगता है?

मोतियाबिंद ऑपरेशन के मात्र 1 सप्ताह के बाद मरीज अपने दैनिक जीवन के कामों को शुरू कर सकते हैं। हालांकि, इस सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक होने में लगभग 3-4 सप्ताह का समय लगता है।

मोतियाबिंद के ऑपरेशन का बेस्ट तरीका क्या है?

मोतियाबिंद का ऑपरेशन कई तरह से किया जाता है। लेकिन लेजर सर्जरी को मोतियाबिंद का सबसे प्रभावशाली इलाज माना जाता है। इस सर्जरी के दौरान मरीज को दर्द और ब्लीडिंग का सामना नहीं करना पड़ता है। इतना ही नहीं, सर्जरी के दौरान या बाद में साइड इफेट्स और जटिलताओं का खतरा लगभग शून्य होता है और मरीज की रिकवरी बहुत जल्दी होती है।

मोतियाबिंद की सर्जरी में कितना खर्च आता है?

मोतियाबिंद की सर्जरी का खर्च लगभग 20000 रूपए से लेकर 90000 रूपए तक आता है। मोतियाबिंद की सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं:-

  • मोतियाबिंद का प्रकार
  • मोतियाबिंद की गंभीरता
  • सर्जरी का प्रकार
  • लेंस का प्रकार
  • जांचों का खर्च
  • डॉक्टर की फीस
  • सर्जरी के बाद की दवाएं
  • सर्जरी के बाद डॉक्टर के साथ फॉलो-अप्स मीटिंग

मोतियाबिंद के लेजर ऑपरेशन को पूरा होने में कितना समय लगता है?

मोतियाबिंद के लेजर ऑपरेशन को पूरा होने में लगभग 10-20 मिनट का समय लगता है। यह एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है जिसके बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत नहीं पड़ती है। सर्जरी खत्म होने के कुछ ही घंटों के बाद मरीज को हॉस्पिटल से फ्री कर दिया जाता है।

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|