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हिप यानी कुल्हा शरीर का एक खास अंग है। इसमें किसी प्रकार की परेशानी होने पर मरीज को अपने दैनिक जीवन के कामों को करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हिप में कई जॉइंट्स हैं। जब सभी जॉइंट्स सही से काम करते हैं तो हिप स्वस्थ होता है और अच्छी तरह से काम करता है।

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लेकिन हिप या हिप की जॉइंट्स में किसी प्रकार का चोट लगने, बुढ़ापा या कुछ खास तरह की बीमारियों के कारण उसमें दर्द या दूसरी समस्याएं पैदा हो जाती हैं, जिसके कारण मरीज को चलने, फिरने, उठने, बैठने या लेटने में काफी तेज दर्द होता है। इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए डॉक्टर हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी का सुझाव देते हैं।

हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी क्या है?

हिप रिप्लेसमेंट एक सर्जिकल प्रक्रिया है जो एक ऑर्थोपेडिक सर्जन के द्वारा पूरा किया जाता है। इस सर्जरी के दौरान सर्जन हिप यानी कूल्हे में हुए फ्रैक्चर और क्षतिग्रस्त जोड़ को प्रोस्थेटिक हिप के साथ बदल देते हैं। प्रोस्थेटिक हिप को प्रोस्थेसिस भी कहा जाता है। एक्सीडेंट या किसी प्रकार के तेज चोट के कारण कुल्हा फ्रैक्चर हो सकता है।

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इसके अलावा, बुढ़ापे के कारण जब किसी व्यक्ति को उठें, बैठने, लेटने या दैनिक जीवन के कामों को करने में दर्द होता है तो उसे कम करने के लिए इस सर्जरी का उपयोग किया जाता है। हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी एक बड़ी सर्जिकल प्रक्रिया है। इसका सुझाव केवल तभी दिया जाता है, जब दवाओं, फिजियोथेरेपी या स्टेरोइड इंजेक्शन से दर्द कम नहीं होता है।

हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी कैसे होता है?

हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी को शुरू करने से एक दिन पहले डॉक्टर मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती करते हैं। उसके बाद, डॉक्टर मरीज की जांच करते हैं। जांच के बाद एनेस्थीसिया दिया जाता है। सामान्य एनेस्थीसिया के बाद मरीज बेहोश हो जाते हैं, जबकि लोकल एनेस्थीसिया के बाद मरीज जगे हुए होते हैं, लेकिन उनके शरीर का वह हिस्सा सुन्न कर दिया जाता है, जिसकी सर्जरी करनी होती है।

उसके बाद, डॉक्टर सर्जरी की प्रक्रिया शुरू करते हैं। हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी को दो तरह से किया जा सकता है। इसमें पहला ओपन सर्जरी यानि कन्वेंशनल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी और दूसरा मिनिमल इनवेसिव हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी है।

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कन्वेंशनल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी

कन्वेंशनल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के दौरान सर्जन मरीज के कुल की साइड एक 5-10 इंच लंबा चीरा लगाते हैं। फिर बीमारी से ग्रस्त या क्षतिग्रस्त जोड़ को बाहर निकाल कर उसकी जगह पर प्रोस्थेटिक हिप जॉइंट को जोड़ देते हैं।

मिनिमल इनवेसिव हिप रिप्लेसमेंट

मिनिमल इनवेसिव हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के दौरान एक छोटा सा चीरा लगाया जाता है। इस चीरे को विशेष रूप से तैयार किए गए उपकरण से लगाया जाता है। यह हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी का सबसे सुरक्षित और सटीक तरीका है। इस सर्जरी के बाद मरीज को कम से कम दर्द होता है।

सर्जरी खत्म होने के बाद मरीज को रिकवरी रूम में शिफ्ट कर दिया जाता है। इस दौरान मेडिकल स्टाफ मरीज की दवाओं की देखरेख, ब्लड प्रेशर और नब्ज की जांच करते हैं तथा समय-समय पर पेन किलर देते हैं ताकि मरीज को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

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आमतौर पर हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद मरीज को एक दिन के लिए हॉस्पिटल में रुकने की आवश्यकता होती है। एक दिन के बाद नॉर्मल होने पर डॉक्टर मरीज को डिस्चार्ज कर देते हैं। यह बड़ी एक सर्जरी है, इसलिए इस सर्जरी के दौरान ब्लीडिंग होती है। कुछ मामलों में अधिक ब्लीडिंग के कारण मरीज को खून चढ़ाने की जरूरत भी पड़ सकती है।

अगर आप हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी कराना चाहते हैं तो इससे पहले एक अनुभवी और विश्वसनीय ऑर्थोपेडिक सर्जन से परामर्श करें। अपनी समस्या के बारे में उन्हें बताएं। हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी से संबंधित जो भी प्रश्न आपके मन में हैं उन्हें पूछें। फिर हर तरह से संतुष्ट होने के बाद सर्जरी का चुनाव करें।

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|