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नेत्र विज्ञान (ऑपथैल्मोलॉजी) चिकित्सा विज्ञान की वह शाखा है जो आंख की रचना, आंख के काम करने के तरीके, आंख की बीमारियां और उसकी चिकित्सा से संबंधित है। नेत्र विज्ञान Ophthalmology in Hindi मेडिकल स्कूल में पढ़ा जाता है और चिकित्सा डॉक्टरों द्वारा अभ्यास किया जाता है। नेत्र विज्ञान में दृष्टि (Vision) को प्रभावित करने वाले कारण और दृष्टि समस्याओं से लेकर नेत्र शल्य चिकित्सा तक शामिल है। नेत्र रोग विशेषज्ञ (Ophthalmologist in Hindi) नेत्र यानी आंखों के सभी चिकित्सीय लक्षणों का निदान और इलाज (Diagnosis and Treatment) दोनों करने के लिए योग्य होते हैं। ज्यादातर नेत्र विज्ञान की प्रैक्टिस मरीजों की आंखों की निवारक देखभाल पर केंद्रित होता है।

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विषय के क्षेत्र में एक समान लेकिन नेत्र विज्ञान ऑप्टोमेट्री से स्पष्ट रूप से अलग है। एक ऑप्टोमेट्रिस्ट को नेत्र चिकित्सक भी कहा जाता है। जिसने आमतौर पर ऑप्टोमेट्री प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। यह कार्यक्रम बुनियादी तौर पर आंखों की जांच करने के लिए एक ऑप्टोमेट्रिस्ट तैयार करता है। इस कार्यक्रम में प्रिस्क्रिप्शन ग्लास और कॉन्टेक्ट लेंस को फिट करने की ट्रेनिंग भी दी जाती है लेकिन यह मेडिकल डिग्री प्रोग्राम नहीं है। एक ऑप्टोमेट्रिस्ट आंखों की गंभीर समस्याओं को पहचान सकता है लेकिन आमतौर पर उसका इलाज नहीं कर सकता है। आंखों की गंभीर समस्याओं का इलाज करना (Ophthalmologist Meaning in Hindi) एक नेत्र रोग विशेषज्ञ का काम है।        

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आमतौर पर ऑप्टोमेट्री क्लिनिक से मरीजों को नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास रेफर किया जाता है। जब किसी मरीज को देखने में परेशानी होती है तो वे सबसे पहले ऑप्टोमेट्रिस्ट के पास जाते हैं। ऑप्टोमेट्रिस्ट की दुकानें आमतौर पर मॉल या दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर होती हैं। ऑप्टोमेट्रिस्ट मरीज के आंखों की जांच करते हैं और फिर उन्हें चश्मा बनाकर देते हैं। एक ऑप्टोमेट्रिस्ट का मुख्य काम दृष्टि में सुधार लाना है।    

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कई मरीजों के लिए एक लाइंसेंस प्राप्त ऑप्टोमेट्रिस्ट की सेवाएं अपनी दृष्टि को ठीक करने के लिए आवश्यक होती हैं। आमतौर पर एक ऑप्टोमेट्रिस्ट मरीज की ताकत और कमजोरियों का पता लगाने के लिए बुनियादी तौर पर दृष्टि परीक्षण करते हैं और फिर आगे क्या करना चाहिए इस बात का सुझाव देते हैं। उदाहरण के तौर पर, दृष्टिहीनता और दूरदर्शिता आंखों के बहुत ही बुनियादी मुद्दे हैं जिसका निदान और इलाज एक ऑप्टोमेट्रिस्ट द्वारा किया जा सकता है। लेकिन आंखों की अधिक जटिल या गंभीर परेशानियों का इलाज नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा ही किया जाता है।      

नेत्र विशेषज्ञ और ऑप्टोमेट्रिस्ट में फर्क — Difference Between Ophthalmologist & Optometrist

ज्यादातर नेत्र रोग विशेषज्ञ चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस के साथ डील नहीं करते हैं। नेत्र विज्ञान प्रैक्टिस आंखों की परेशानियों की चिकित्सा जड़ों पर केन्द्रित होता है। ऑप्टोमेट्रिस्ट आंखों की जांच दृष्टि को ठीक करने के उद्देश्य से करते हैं। लेकिन नेत्र विशेषज्ञ के साथ ऐसी बात नहीं होती है। नेत्र विशेषज्ञ आंखों की परेशानी के रूप में सामने आने वाली अंतनिर्हित समस्याओं की पहचान और उनका उन्मूलन करने के उद्देश्य से आंखों की जांच करते हैं। आमतौर पर नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीज को चश्मे के लिए प्रिस्क्रिप्शन देते हैं। फिर मरीज उस प्रिस्क्रिप्शन को लेकर ऑप्टोमेट्रिस्ट के पास जाते हैं जो उन्हें चश्मा तैयार करके देते हैं। 

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नेत्र चिकित्सा पद्धतियां दूसरी सभी चिकित्सा पध्दतियों की तरह अक्सर एक निश्चित प्रकार की सेवा प्रदान करते हैं। जैसी की कुछ नेत्र रोग विशेषज्ञ केवल बाल चिकित्सा की देखभाल में विशेषज्ञ होते हैं। ये ज्यादातर आंखों के दर्द से पीड़ित बच्चों का इलाज करते हैं। कुछ डॉक्टर आंखों की दूसरी बीमारियों के विशेषज्ञ होते हैं जैसे की ग्लूकोमा का मोतियाबिंद। नेत्र सर्जन आमतौर पर नेत्र रोग विशेषज्ञ भी होते हैं। भले ही वे अपने पर्सनल प्रैक्टिस से बाहर किसी अस्पताल में काम करते हों।  

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नेत्र विज्ञान Ophthalmology in Hindi में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए स्कूली शिक्षा आवश्यक होती है। नेत्र विज्ञान में अपना करियर बनाने वाले छात्र को चिकित्सा की डिग्री हासिल करने के साथ साथ नेत्र विज्ञान की सभी आवश्यकताओं को पूरा भी करना पड़ता है। ये आवश्यकताएं हर देश में अलग अलग होती हैं। आमतौर पर आवश्यक कुल प्रशिक्षण दस साल या उससे अधिक होता है।     

आंखें शरीर का एक खास अंग हैं — Eyes Are Special Part Of The Body 

आंख शरीर की पांच विशेष इन्द्रियों में से एक है। इसे दो भागों में बांटा गया है। एक सहायक अंग के रूप में जो आंखों की सहायता करते हैं तथा उन्हें सुरक्षित रखते हैं। दूसरा देखने के अंग के रूप में, इसमें वे भाग मौजूद होते हैं जिसमें चीजों को देखने की शक्ति होती है। आंख का सबसे खास और अहम काम देखना है। इसलिए यह आवश्यक है की आंख की गोलाकार आकृति स्थायी रूप से बनी रहे। साथ ही साथ आंख के वे दूसरे सभी अंग पारदर्शक बने रहें जिनसे किरणें गुजरती हैं। नेत्रोद और विट्रियस आंखों की गोलाकार आकृति को स्थायी रूप में रखते हैं।

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कॉर्निया, नेत्रोद, लेंस और विट्रियस आंखों के वे आंतरिक अंग हैं जिनसे होते हुए किरणें गुजरती हैं और रेटिना पर वस्तु की इमेज यानी की चित्र बनाने में मदद करती हैं। आंख के इस काम को समझने के लिए इसकी तुलना कैमरे से की जा सकती है। जैसे कैमरा चारों तरफ से काला होता है तथा फोटो खींचते समय काले कपड़े से ढक लिया जाता है वैसे ही आंखों की रेटिना के चारों तरफ एक कला कपड़ा होता है जिसे मेडिकल की भाषा में पिग्मेंट एपिथीलियम कहा जाता है। 

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एक अच्छी फोटो को खींचने के लिए यह आवश्यक है की कैमरे को वस्तु पर सही तरीके से फोकस किया जाए। लेकिन आंखों में यह काम अपने आप ही लेंस द्वारा होता रहता है, जो अपनी गोलाई को बढ़ा या घटाकर किरणों को रेटिना पर फोकस करने में मदद करता है। अगर आप चाहें तो कैमरे के छेद (Aperture) को बड़ा या छोटा करके आने वाली रौशनी की मात्रा को कम या अधिक कर सकते हैं। लेकिन आंखों में यह काम पुतलियों के द्वारा किया जाता है। 

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पुतलियां आवश्यकता के अनुसार अपने आप ही सिकुड़कर बड़ी या छोटी होती रहती हैं।    रेटिना पर जो छाया बनती है वह ऑप्टिकनर्व से होती हुई दिमाग में दृष्टि केंद्र पर जाकर बनती है। लेकिन अगर किसी कारणों से ये किरणें रेटिना पर जमा न होकर उसके सामने या पीछे जमा होने लगती हैं तो इसे वर्तनदोष (Refractive Error) कहते हैं जो चश्मा लगाने से ठीक हो जाता है। अगर किरणें रेटिना के पीछे जमा होती हैं तो उत्तल लेंस लगाया जाया है। क्योंकि ऐसा करने से किरणें आगे रेटिना पर जमा हो जाती हैं। इसी तरह अगर किरणें रेटिना के सामने जमा होने लगें तो अवतल लेंस लगाना चाहिए। क्योंकि इससे किरणें दूर जमा होकर रेटिना पर छाया बना पाती हैं।                            

प्रिस्टीन केयर के पास देश के बेस्ट नेत्र विशेषज्ञ हैं — Pristyn Care Has Country’s Best Ophthalmologist  

प्रिस्टीन केयर के पास देश के सबसे बेहतरीन नेत्र विशेषज्ञ मौजूद हैं जो आंखों की समस्याओं को मॉडर्न मेडिकल इंस्ट्रूमेंट और अपने सालों के अनुभव की मदद से बहुत कम समय में हमेशा के लिए ख़त्म कर सकते हैं। अगर आपकी आंखों में किसी तरह की कोई परेशानी है, अधिक या कम रौशनी में देखने में दिक्कत होती हैं, आंखों से पानी गिरता है, आंखों में दर्द या जलन होता है या आपको मोतियाबिंद की शिकायत है तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। हम आपकी परेशानियों को कम से कम खर्च और समय में बिना किसी परेशानी के जड़ से ठीक कर सकते हैं।               

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आंखों का बेस्ट इलाज Ophthalmology in Hindi करने के साथ साथ आंखों की सर्जरी के दिन हम अपने मरीजों को कैब फैसिलिटी देते हैं जो सर्जरी के दिन उन्हें घर से हॉस्पिटल और सर्जरी के बाद हॉस्पिटल से घर वापस छोड़ती है। मरीज के हॉस्पिटल पहुंचने से पहले उनके लिए हमारी तरफ से एक केयर बड्डी मौजूद रहता है जो इलाज से जुड़े सभी पेपरवर्क को पूरा करता है। साथ ही इलाज के बाद जब तक मरीज हॉस्पिटल में रूकते हैं, केयर बड्डी उनकी देखरेख और सभी जरूरी चीजों का ख्याल रखता है।

दूसरे प्राइवेट हॉस्पिटल की तुलना में हम आंखों का लेजर सर्जरी द्वारा इलाज बहुत कम खर्चे में करते हैं। साथ ही साथ हमारे यहां जीरो ईएमआई की सुविधा भी उपलब्ध है। हम सभी डायग्नोस्टिक टेस्ट पर 30% तक की छूट, गोपनीय परामर्श, डीलक्स रूम और सर्जरी के बाद फ्री फॉलो-अप्स की सुविधा भी देते हैं। साथ ही आप 100% इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं। अगर आप आंखों का इलाज लेजर सर्जरी के जरिए कराना चाहते हैं तो तुरंत हमसे संपर्क करें। हम आपकी परेशानियों को मात्रा कुछ मिनटों में ही हमेशा के लिए ख़त्म कर सकते हैं।

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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|