शरीर के भीतर हर अंग के लिए उनका एक अलग कक्ष है,जब कोई अंग अपने कक्ष से शरीर के किसी दूसरे अंग के पास चला जाता है तो उसे हर्निया कहते हैं| कक्ष का अभिप्राय शरीर की माँसपेशियों से है| माँसपेशियों के कमजोर होने पर शरीर का अंग आसानी से उस मांसपेशी को चीरते हुए दूसरे अंग में चला जाता है| हर्निया से प्रभावित क्षेत्र में उभार नजर आता है और रोगी को दर्द महसूस होता है| बता दें कि हर्निया को ठीक करने के लिए न तो कोई घरेलू उपचार है और न ही कोई दवाई है| इसे ठीक करने के लिए सर्जरी ही एकमात्र विकल्प है|