बादी बवासीर के क्या कारण है?
बाहरी (बादी) बवासीर वह स्थिति है जब गुदा द्वार पर हल्के नीले रंग की गांठ बन जाती हैं। मूल रूप से यह गांठ फैली हुई रक्त वाहिकाएं होती हैं, जो इतनी बड़ी हो जाती है कि वह त्वचा के बाहर आ जाती है। यदि आपके परिवार के अन्य सदस्यों जैसे आपके माता-पिता ने इस समस्या का सामना किया है, तो आप बादी बवासीर के खतरे के दायरे में आते है। नीचे बादी बवासीर के कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं –
- मल त्याग के दौरान अधिक जोर लगाना
- भारी सामान उठाना
- मोटापा
- गर्भावस्था
- फाइबर युक्त भोजन का सेवन कम या फिर बिल्कुल न करना।
- एनल सेक्स
- लंबे समय से एक ही स्थान पर बैठे रहना बादी बवासीर का मुख्य कारणों में से एक है।
यदि आप काफी समय से दस्त या फिर कब्ज का सामना कर रहे हैं, तो आपको इसका इलाज तुरंत खोजना चाहिए। खांसी, छींक और उल्टी के कारण स्थिति और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है।
बादी बवासीर का इलाज - Badi Bawaseer ka ilaj
यदि आपको गुदा क्षेत्र में दर्द या किसी भी प्रकार की असहजता होती है, तो डॉक्टर मस्से वाली बवासीर की दवा का सुझाव दे सकते हैं। इसके साथ कुछ अन्य तरीके भी हैं, जिससे बादी बवासीर का इलाज संभव है, जैसे घरेलू उपचार, बर्फ की सेक लगाना, सिट्ज़ बाथ लेना और लगाने वाली दवा। इन सब उपचार पद्धति से आपको कुछ समय के लिए राहत तो मिल सकती है, लेकिन बादी बवासीर का इलाज इससे संभव नहीं है। बवासीर के सुरक्षित और प्रभावी इलाज के लिए ऑपरेशन सबसे उत्तम विकल्प है। यदि आप गंभीर दर्द का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत प्रिस्टीन केयर के गुदा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
सर्जिकल इलाज
लेजर और स्टेपलर सर्जरी दो सबसे प्रभावी प्रक्रिया है, जिससे बादी बवासीर का सबसे उपयुक्त इलाज संभव है। दोनों ही सर्जरी को एक एक करके समझते हैं –
- पाइल्स का लेजर इलाज – इस प्रक्रिया में तेज तरंग वाली लाइट का प्रयोग कर बवासीर को काटा या फिर जलाया जाता है। यह एक आधुनिक और सुरक्षित प्रक्रिया है, जिसमें दर्द कम होता है और जटिलताएं भी कम उत्पन्न होती है।
- स्टेपलर सर्जरी – वर्तमान समय में स्टेपलर सर्जरी की लोकप्रियता बढ़ती गई है। इस प्रक्रिया से बवासीर को जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता है, लेकिन इससे उन ऊतकों में रक्त के प्रवाह को रोका जा सकता है, जिसके कारण बवासीर बन सकता है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर बड़े बवासीर को खोजते हैं और स्टेपलर गन की सहायता से उन बवासीर तक रक्त प्रवाह को रोका जाता है, जिससे वह बवासीर सिकुड़ जाता है।
बादी बवासीर से बचाव कैसे करें?
बादी बवासीर से बचने का सबसे अच्छा तरीका कब्ज की समस्या को दूर करना है। यदि आप कब्ज का सामना करते हैं या फिर मल त्यागने के दौरान आपको दर्द होता है, तो यह बवासीर जैसी गंभीर परिस्थिति को जन्म दे सकता है। इन कुछ दिशा निर्देशों का पालन कर आप बवासीर जैसी गंभीर समस्या से बच सकते हैं –
- अपने आहार में फाइबर की मात्रा को बढ़ाएं। फाइबर की मात्रा को बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार में फल, सब्जियों, होल ग्रेन ब्रेड और दाल की मात्रा को बढ़ाना होगा।
- अधिक मात्रा में पानी पिएं, जिससे आपको मल त्यागने में आसानी होगी।
- शारीरिक गतिविधियों में लिप्त रहें, जिससे कब्ज जैसी समस्या से बचा जा सकता है।
- शौच में ज्यादा देर तक न बैठें।
- जब शौच की इच्छा हो तो तुरंत जाएं।
Badi Bawaseer ka ilaj से संबंधित जोखिम क्या है?
जैसी ही बादी बवासीर का इलाज होता है, आपके गुदा क्षेत्र में दो से चार दिनों तक दर्द हो सकता है। इस स्थिति में दर्द के निवारण हेतु दर्द निवारक दवाओं की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके साथ साथ गुदा से थोड़ा बहुत रक्त बह सकता है और पीले रंग का तरल पदार्थ भी निकल सकता है।
बवासीर के ऑपरेशन के बाद आप निम्नलिखित जोखिम और जटिलताओं का सामना कर सकते हैं –
- घाव धीरे धीरे ठीक होता है।
- ऑपरेशन के दौरान हल्के कट लगाए जाते हैं, जो भविष्य कुछ समय के लिए कष्टदायक साबित होते हैं।
- कुछ मामलों में स्टेनोसिस के कारण मूत्र को नियंत्रित करने में समस्या उत्पन्न हो सकती है।