बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय क्या है?
बवासीर में गुदा क्षेत्र की नसों में सूजन के कारण मस्सों का निर्माण हो जाता है। ये मस्से सूजे हुए प्रतीत होते हैं, जिनमें रक्त अथवा पस भरा होता है। समय के साथ मस्सों का आकार बढ़ता है या यूं कहें कि बवासीर के ग्रेड में निरंतर वृद्धि होती रहती है। बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय में गर्म पानी से स्नान, बर्फ से मस्सों की सिकाई, मस्सों पर नरियल के तेल का लेप लगाना, विच हेजल का इस्तेमाल और डॉक्टर द्वारा सुझाई गई दवाईयां शामिल हैं। हालांकि यह उपाय बवासीर के लक्षणों की गंभीरता और मरीज की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है।
कई लोग बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के लिए घरेलू उपचार आजमाते हैं, उनमें से कुछ लोगों में (ग्रेड 1 या उससे निचले स्तर का बवासीर होने पर) बवासीर के लक्षणों में कमी दिखाई देती है। लेकिन कुछ लोगों को घरेलू उपायों से बिल्कुल भी लाभ नहीं होता है। कारण स्पष्ट है, घरेलू नुस्खे मस्से को हमेशा के लिए खत्म नहीं कर सकते हैं। बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के लिए सर्जिकल ट्रीटमेंट सबसे उत्तम विकल्प है।
बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के उपाय
बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के उपाय नीचे दिए जा रहे हैं:
- सिट्ज बाथ: बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने में सिट्ज बाथ बेहद कारगर है। इसके लिए एक बाथ टब में हल्का गर्म पानी भरकर उसके अंदर बैठना होता है। इस प्रक्रिया को हफ्ते में दो-तीन उपयोग करने से बवासीर के मस्से सूखने लगते हैं।
- ठंडी सेक या बर्फ से सिकाई: बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए बर्फ का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए मरीज को बर्फ की थैली को बवासीर के मस्सों पर रखकर सिकाई करने की आवश्यकता होती है। इससे बवासीर के मस्से सूखने लगते हैं और मरीज को दर्द से राहत मिलती है।
- नारियल का तेल: बवासीर के मस्सों पर नारियल का तेल लगाने से राहत मिलती है। नारियल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है। इसे बवासीर के मस्सों पर लगाने से जलन और सूजन कम हो सकती है।
- एलोवेरा: एलोवेरा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बवासीर के मस्सों के कारण होने वाली सूजन से राहत मिलती है। एलोवेरा को लगातार गुदा क्षेत्र में लगाने से सूजन और जलन से राहत मिलती है।
पाइल्स लेजर सर्जरी क्यों है बेहतर उपचार? - Piles Laser Surgery in Hindi
लेजर हेमरॉयडेक्टमी बवासीर का इलाज करने की एक नई तकनीक है। यह तकनीक बवासीर का उपचार करने वाली अन्य तकनीक की तुलना में बहुत एडवांस है, आइये जानते हैं कि बवासीर के लिए लेजर हेमरॉयडेक्टमी क्यों एक बेहतर उपचार है-
- पाइल्स की लेजर सर्जरी में रिकवरी बहुत जल्दी होती है।
- लेजर सर्जरी में सिर्फ 10 मिनट से आधा घंटा का समय लगता है और मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती है।
- लेजर सर्जरी की खासियत है कि इसमें कम दर्द होता है।
- लेजर सर्जरी के बाद अगले दिन से ही सामान्य काम (चलना-फिरना, चाय बनाना, ऑफिस जाना आदि) करने की इजाजत होती है।
- बवासीर की लेजर सर्जरी में कोई दाग नहीं बनता है, यह सर्जरी दाग रहित होती है।
- लेजर सर्जरी करवाने से पाइल्स दोबारा नहीं होता है।
लेकिन समय पर इसका इलाज न होने पर कुछ जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे – Complication of Bleeding Hemorrhoids in Hindi
- इंफेक्शन हो सकता है।
- अधिक रक्तस्राव के कारण एनीमिया हो सकता है।
- रक्त के थक्के बन सकते हैं।
- रोगी के शरीर में कमजोरी आ जाती है।
बवासीर की लेजर सर्जरी कैसे की जाती है? – How did Piles laser surgery performed?
बवासीर की लेजर सर्जरी करने की कई विधियां हैं, ग्रेड के अनुसार किसी एक विधि का चयन किया जाता है। इसका उपचार करने के लिए पारंपरिक सर्जरी भी उपलब्ध है, जिसमें बवासीर के मस्से को काटकर अलग कर दिया जाता है। लेकिन उपचार के दौरान बहुत अधिक खून बहता है और रोगी को दर्द का सामना करना पड़ता है। पारंपरिक तरीके से की जाने वाली सर्जरी के बाद रूटीन लाइफ में आने में बहुत वक्त लगता है और बहुत चीजों से परहेज भी करना पड़ता है।
ऐसी होती है बवासीर की सर्जरी की प्रक्रिया – पाइल्स का इलाज हिंदी
बवासीर से प्रभावित टिश्यू पर लेजर बीम डाली जाती है, जिससे टिश्यू सिकुड़ जाती है और बवासीर से छुटकारा मिल जाता है। इसमें कोई रक्तस्त्राव नहीं होता है। जख्म बड़ा न होने की वजह से रोगी दो दिन बाद ही अपने काम पर जा सकता है और एक से दो सप्ताह के अंदर पूरी तरह से रिकवर हो जाता है।
बवासीर की लेजर सर्जरी करने में दस मिनट से आधा घंटा तक का समय लगता है। बवासीर के ग्रेड 4 में भी लेजर सर्जरी की जाती है, इसमें सर्जरी लेजर मशीन को कटिंग मोड़ में रखकर की जाती है। इसमें किसी तरह के टांके लगाए नहीं जाते हैं, जिससे किसी तरह टिश्यू के फटने और अस्पताल में ज्यादा समय भर्ती रहने जैसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।
Piles laser surgery करने के लिए पहले कुछ जांच की जाती है, जिसमें ब्लड और यूरिन टेस्ट आम तौर पर किया जाता है। सर्जरी करने से पहले मरीज को एनेस्थीसिया देकर गुदा के आस-पास के क्षेत्र को सुन्न किया जाता है।
बवासीर की लेजर ऑपरेशन और ओपन सर्जरी में अंतर
| ओपन हेमरॉयडेक्टमी |
लेजर हेमरॉयडेक्टमी |
| बवासीर के इलाज की पुरानी सर्जिकल प्रक्रिया |
बवासीर के इलाज की नवीनतम सर्जिकल प्रक्रिया |
| इलाज के दौरान बड़ा चीरा लगाया जाता है |
इलाज के दौरान चीरा नहीं लगाया जाता है |
| ऑपरेशन के दौरान खून बहता है |
कोई रक्तस्त्राव नहीं |
| रिकवरी में असहजता और दर्द |
रिकवरी आसानी से हो जाती है और दर्द भी कम होता है |
| कई घंटे की प्रक्रिया |
आधा घंटा की प्रक्रिया |
| ऑपरेशन के दौरान जनरल एनेस्थीसिया का उपयोग |
लोकल एनेस्थीसिया का प्रयोग |
| ऑपरेशन के बाद इन्फेक्शन का खतरा अधिक |
इन्फेक्शन की संभावना बहुत कम |
बवासीर लेजर ऑपरेशन के बाद ठीक होने में कितना समय लगता है?
बवासीर के ऑपरेशन के बाद ठीक होने की प्रक्रिया अलग-अलग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग होती है। बवासीर लेजर ऑपरेशन के बाद पूरी तरह ठीक होने में 30 से 45 दिन लग सकते हैं।
नीचे बताई गई चीज़ों का ध्यान रखना ज़रूरी है अगर आप बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करना चाहते है:
- सबसे पहले, ध्यान रहे कि आप ऑपरेशन की जगह को साफ रखें ताकि आप संक्रमण से बच सकें।
- हल्के गर्म पानी से स्नान करें। इससे आपको राहत महसूस होगी।
- भारी वजन उठाने से बचें क्योंकि इससे ऑपरेशन वाली जगह पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
- ऐसा भोजन करें जो पौष्टिक हो और जो फाइबर से भरपूर हो। तेल और तीखा खाना खाने से परहेज करें।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप हाइड्रेटेड हैं, हर दिन कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं।
- अपने मल त्याग के दौरान ज़ोर ना लगाएं।
अगर आपको मल त्याग करने में कठिनाई आ रही है, तो मल सॉफ्टनर का इस्तेमाल करें लेकिन सिर्फ डॉक्टर से परामर्श करने के बाद।
बड़ी बवासीर का इलाज - Badi Bawaseer ka Ilaj
बड़ी बवासीर (badi bawaseer) – इस स्थिति में बवासीर का आकार बढ़ जाता है। बवासीर के इस ग्रेड में ऑपरेशन ही एकमात्र इलाज होता है। इलाज से पहले इस स्थिति का निदान एक बेहद ही आवश्यक स्थिति होती है। बड़ी बवासीर के लक्षण बहुत ज्यादा कष्टदायक होते हैं और जैसे ही इसका निदान होता है, डॉक्टर इस स्थिति का इलाज जल्द से जल्द करने को कहते हैं। बड़ी बवासीर के लक्षण इस प्रकार है –
- मलाशय से खून बहना बडी बवासीर का एक सामान्य लक्षण है
- अप्रिय बेचैनी के साथ खुजली, चोट या बैठते समय दर्द महसूस होना
- बवासीर का गुदा क्षेत्र से बाहर आना
यदि आप बड़ी बवासीर का इलाज (badi bawaseer ka ilaj) कराना चाहते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से अपने लक्षणों के बारे में बात करें और उनके सुझावों का पालन करें।
बवासीर ऑपरेशन के लिए खुद को कैसे करें तैयार? - Bawaseer ka ilaj
बवासीर के ऑपरेशन की तैयारी करते समय आपके डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है ताकि यह तय हो पाए की आपके ठीक होने की प्रक्रिया सही दिशा में है।
- अगर आपको किसी दवा से एलर्जी है तो अपने डॉक्टर को पहले से बता दें।
- ऑपरेशन से एक रात पहले ज़्यादा भोजन करने से बचें।
- ऑपरेशन से एक हफ्ते पहले शराब पीने और धूम्रपान करने से बचें।
- ऑपरेशन के दिन हल्का भोजन करें। भारी खानपान से बचें जो फैट और कार्ब्स में ज़्यादा होते हैं।
- इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ऑपरेशन के बाद घर वापस जाते समय आपके साथ आपके परिवार का कोई एक सदस्य जरूर हो क्योंकि ऑपरेशन के दौरान दी गई एनेस्थेसिया का प्रभाव ऑपरेशन के बाद कुछ घंटों तक रह सकता हैं और इससे आपको चक्कर आने या गिरने का भी खतरा रहता|
पाइल्स (बवासीर) के प्रकार और उसके उपचार - पाइल्स का इलाज हिंदी
पाइल्स (बवासीर) के प्रकार और उसके उपचार:-
अंदरूनी बवासीर (Internal Hemorrhoids)
इस तरह के बवासीर गुदा यानि एनल के अंदरूनी हिस्से में होते है। यह मलाशय के अंदर विकसित होता है। कभी-कभी ये दिखाई नहीं देते क्योंकि ये गुदा में काफी अंदर पाए जाते हैं। इस प्रकार के बवासीर कोई गंभीर समस्या नहीं है और खानपान में बदलाव करने और स्टूल सॉफ्टनर लगाने से ये बवासीर समय के साथ धीरे-धीरे ठीक हो जाते हैं।
- बाहरी बवासीर (External Hemorrhoids)
बाहरी बवासीर में मस्से गुदा की बाहरी जगह पर होते है। यह ठीक उसी सहत पर होते हैं जहां से मलत्याग किया जाता हैं। कभी-कभी ये देरी से दिखाई देते हैं लेकिन कई बार यह गुदा की सहत पर गांठ के रूप में देखें जा सकते हैं। शुरूआती समय में इसमें ज्यादा तकलीफ नहीं होती, लेकिन यही गांठ बढ़ने के साथ समस्या भी बढ़ जाती है।
- प्रोलेप्सड बवासीर (Prolapsed Hemorrhoids)
जब अंदरूनी बवासीर में सूजन आ जाती है और वह गुदा के बाहर की तरफ निकलने लगता है तो इस स्थिति को प्रोलेप्सड बवासीर कहा जाता है। इसमें एक गांठ, जिसमें सूजन होती है वह बाहर निकली हुई गांठ की तरह दिखाई देती है। ये बहुत गंभीर स्तिथि है और इसमें दर्द भी काफी ज़्यादा होता है। इसके इलाज के लिए सर्जरी करवाना और दवाइयां लेना ज़रूरी है।
- खूनी बवासीर (Bleeding Hemorrhoids)
खूनी बवासीर की समस्या बवासीर के सभी प्रकारों में से सबसे ज़्यादा गंभीर समस्या है। क्योंकि बवासीर में से खून निकलने के चलते व्यक्ति कमजोर हो जाता है। इस स्थिति में बहुत दर्द और सूजन होने लगती हैं जो आपकी जीवनशैली को प्रभावित करती हैं। मलत्याग के दौरान अगर खून निकल रहा है तो इसका उपचार करवाना ज़रूरी है और इस तरह के बवासीर के लिए ऑपरेशन ही एक मात्र इलाज है।
बाहरी बवासीर का इलाज, आंतरिक बवासीर के जैसा ही होता है। उपचार के लिए ये तरीके अपनाएं:
- आहार में बदलाव करें
- घरेलू उपचार अपनाएं
- दवाएं लें
- ऑपरेशन करवाएं
बवासीर के लक्षण, कारण और मस्से सुखाने के उपाय
पाइल्स (Bawaseer) के लक्षण – Symptoms of Piles in Hindi
यदि आपको नीचे बताए गए पाइल्स के लक्षण दिखते हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
- गुदा में खुजली या जलन का होना।
- गुदा में दर्द शुरू हो जाना।
- एनस के आसपास गांठ जैसा महसूस होना।
- मल असंयम, रोगी का मल किसी भी वक्त लीक हो जाता है क्योंकि उसका उस पर कोई नियंत्रण नहीं होता।
- मल त्याग करने में दर्द होना और एनस (गुदा) से खून आना।